दिल्ली में चलने वाली रेडियो टैक्सी का किराया तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद प्रति किलोमीटर 15 रुपये ही रहेगा।
दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु में इजीकैब्स की सुविधा देने वाली कारजोनरेंट के प्रंबध निदेशक राजीव के विज ने कहा कि सरकार द्वारा तेल की कीमतें बढ़ाने के बावजूद हम किराये में बढ़ोतरी नहीं करेंगे। देश भर में यात्रियों के लिए किराया प्रति किलोमीटर 15 रुपये ही रहेगा।
विज ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि किराये में बढ़ोतरी करने से पहले सरकार की मंजूरी जरुरी है। रेडियो कैब आपरेटर्स का कहना है कि डीजल की कीमतों में 3 रुपये की बढ़ोतरी और किराया न बढ़ाये जाने से कैब चालकों को प्रति किलोमीटर 20 से 25 पैसे प्रति किलोमीटर का नुकसान होगा।
चालकों का यह भी कहना है कि देश के सभी मेट्रो शहरों में ईंधन की कीमत सबसे कम दिल्ली में ही है। देश के चार मेट्रों शहरों में मीरु रेडियो कैब चलाने वाली कंपनी वी लिंक के प्रंबध निदेशक नीरज गुप्ता ने बताया कि अगले सप्ताह वे कीमतें बढ़ाने के बारे में एक अर्जी सरकार को देने वाले हैं। अगर सरकार हमें किराये की दरों में 5 फीसदी की बढ़ोतरी करने की अनुमति दे देती है तो यह हमारे लिए काफी अच्छा होगा।
आंकड़ो के हिसाब से औसत को अगर देखा जाए तो रेडियो कैब चलाने में 18 फीसदी खर्च केवल और केवल ईंधन पर आता है। इसके अलावा 22 फीसदी वाहन की कीमत में (इसमें घिसाई और कर्ज का ब्याज शामिल है), 17 फीसदी ड्राइवर के वेतन पर और बाकी खर्च प्रंबधन और मार्किटिंग पर होता है। अभी इस तरह की 5,000 हजार कैब चलाई जा रही है, जिनके अगले दो से चार साल में बढ़कर 50,000 हो जाने की उम्मीद जताई जा रही है।