जम कर बरस रहें मानसून के बीच उत्तर रेलवे ने जटरोफा की खेती के विस्तार की योजना बनाई है।
उत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि इस समय उत्तर रेलवे के सभी मंडलों लखनऊ, फिरोजपुर, मुरादाबाद, अंबाला और दिल्ली में जटरोफा की खेती की जा रही है। अब जटरोफा का उत्तर रेलवे के उन क्षेत्रों में भी विस्तार किया जाएगा जहां इसकी खेती की संभावनाएं है।
प्रवक्ता ने बताया कि जटरोफा की खेती वर्तमान समय में डीजल की बढती मांग को देखते हुए बहुत जरुरी है। जटरोफा की खेती के लिए मानसून के समय वर्षा के तौर पर मिली पानी की मात्रा पर्याप्त होती है। इसलिए हमें इसके लिए अलग से सिंचाई की व्यवस्था भी करने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर रेलवे जटरोफा की खेती के विस्तार के लिए अपने संसाधनों का प्रयोग करेगी। वर्तमान में रेलवे इसके लिए अपनी खाली पड़ी जमीन का प्रयोग कर रही है। रेलवे प्रवक्ता ने कहा कि जटरोफा की खेती के लिए उत्तर रेलवे की किसी निजी कंपनी के साथ करार करने की संभावना नहीं है।
उत्तर रेलवे जटरोफा की खेती अपने संसाधनों के आधार पर करेगी। इसके लिए रेलवे की अपनी प्लांटेशन नर्सरी है। जिसमे रेलवे का हॉर्टीकल्चर विभाग जटरोफा की खेती करेगा। एक अनुमान के हिसाब से इस समय देश में जटरोफा की खेती की अपार संभावनाए है। कुछ वर्षो के भीतर ही जटरोफा की खेती के 20 फीसदी हिस्से पर खेती रेलवे द्वारा की जायेगी। ऐसे में रेलवे को लगभग 225 लाख हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता होगी।