महाराष्ट्र सरकार अगले हफ्ते से राज्य में सभी होटलों और रेस्तरां को फिर से खोलने के लिए मानक परिचालन योजना पर काम कर रही है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने रेस्तरां और होटल उद्योग के प्रतिनिधियों को यह भरोसा दिलाया है कि एक हफ्ते के भीतर मानक परिचालन प्रक्रिया और सभी जरूरी दिशानिर्देशों तथा उनके रेस्तरां को खोलने के लिए आवश्यक अनुमति पर चर्चा पूरी कर ली जाएगी और इन्हें दोबारा से खोलने के लिए प्रारूप तैयार कर लिया जाएगा।
एनसीपी के महासचिव और होटल लेबर यूनियन के अध्यक्ष कालाथुर विश्वनाथ शेट्टी ने कहा, ‘लाखों दिहाड़ी मजदूरों की आजीविका खतरे में पड़ गई है। रेस्तरां और होटलों के दोबारा से खुलने से उद्योग जगत अपने नुकसान की कुछ भरपाई कर पाएगा। भारत में रेस्तरां उद्योग अद्र्घ कुशल कामगारों को नियोजित करने वाला सबसे बड़ा नियोक्ता है।’
राजस्व के मामले में खाद्य उद्योग में मुंबई का सबसे बड़ा योगदान है। मुंबई इस क्षेत्र में संगठित और असंगठित दोनों ही खंडों में राष्ट्रीय राजधानी को पीछे छोड़ देता है। प्रत्येक परिवार घर से बाहर खाना खाने के लिए 3,000 रुपये खर्च करता है जिससे भारी संख्या में रेस्तरां के विस्तार को मदद मिली और यहां लाखों लोगों को रोजगार मिलता है।