पश्चिम बंगाल स्थित रियल एस्टेट कंपनी क्रेदाई बंगाल और सेंट जेवियर कॉलेज कोलकाता ने रियल एस्टेट प्रबंधन के लिए छह माह के एक पार्ट टाइम पाठयक्रम की पेशकश करने के लिए समझौता किया है।
इस कोर्स का शुल्क 15,000 रुपये होगा।कॉलेज के प्रधानाचार्य पी सी मैथ्यू के मुताबिक, ‘अमेरिका में 300 से अधिक विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में रियल एस्टेट प्रबंधन के लिए अलग से पाठयक्रम का संचालन किया जाता है।
इन विश्वविद्यालयों में वीडियो टेप, आडियो विजुअल और विजुअल प्रस्तुतिकरण जैसे पर्याप्त साधन हैं। हालांकि भारत में यह पाठय सामग्री काफी कम मात्रा में मौजूद है। इसलिए हमने इस पाठयक्रम को शुरू करने का फैसला किया।’
उन्होंने बताया कि पहले बैच में 15 छात्र शामिल हैं। इनमें से 60 प्रतिशत पहले ही किसी रियल इस्टेट कंपनी में काम कर रहे हैं। क्रेदाई बंगाल के अध्यक्ष और पी एस समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रदीप चोपड़ा ने बताया कि चूंकि क्रेडाई रियल इस्टेट डिवेलपर्स का समूह है, इसलिए हम अपने अनुभवों को छात्रों के साथ बांटना चाहते हैं। इस पाठयक्रम से उद्योग और आकदमी के बीच का अंतर कम होगा।
उन्होंने बताया कि पांच साल पहले के मुकाबले आज प्रत्येक भवन निर्माता के पास पहले के मुकाबले 15 गुना अधिक काम है। इस कारण रियल एस्टेट क्षेत्र में प्रशिक्षित कर्मचारियों का बेहद अभाव है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस पाठयक्रम के जरिए इस कमी को पूरा करने में मदद मिलेगी।
शहरी विकास मंत्रालय के मुताबिक भारत की शहरी आबादी में अगले 15 वर्षो के दौरान 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। इस दौरान करीब 52 करोड़ भारतीय ऐसे होंगे जिनकी उम्र 25 साल से कम होगी।
उन्होंने आगे बताया कि इतने लोगों की मांग को पूरा करने के लिए 230 वर्ग फीट से अधिक आवासीय क्षेत्र का विकास करना होगा। जबकि रिटेल और और अन्य सहायक सेवाओं के लिए करीब 50 करोड़ वर्ग फीट स्पेस की जरुरत होगी। मंत्रालय के अनुमानों के मुताबिक देश में अगले पांच वर्षो के दौरान रिटेल क्षेत्र की मांग को पूरा करने के लिए 1,000 से अधिक शॉपिंग माल्स की जरुरत होगी।