सख्ती ने बढ़ाई उद्योगों की मुश्किल

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 6:08 AM IST

कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए की जा रही सख्ती ने उद्योग की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दिल्ली-एनसीआर समेत कई शहरों में रात्रि कर्फ्यू से औद्योगिक क्षेत्रों और बाजारों में माल की आवाजाही पर बुरा असर पड़ सकता है। इससे कारखानों में उत्पादन घट सकता है। कारोबारियों में भी लॉकडाउन को लेकर भी घबराहट है और उद्योग को मजदूरों के फिर से पलायन का भी डर सता रहा है।
चांदनी चौक सर्वव्यापार मंडल के महासचिव संजय भार्गव ने कहा कि दिन में तो वैसे भी व्यावसायिक वाहनों का प्रवेश बंद रहता है। अब रात के कर्फ्यू से बाजारों में माल की लदाई-उतराई ठप हो जाएगी। हालांकि व्यावसायिक वाहनों के परिचालन पर दिल्ली में छूट है लेकिन बाजारों के अंदर छोटे वाहनों से ढुलाई होती है। ग्राहक भी बाजारों से दूरी बनाने लगे हैं। पटपडगंज ऑन्त्रप्रेन्यर एसोसिएशन के मुख्य संरक्षक संजय गौड़ ने कहा कि माल की आवाजाही तो बिगडेगी ही, इसके साथ ही रात में कारखानों में उत्पादन भी बंद करना पड़ सकता है।
नोएडा ऑन्त्रपे्रन्यर एसोसिएशन के महासचिव वीके सेठ कहते हैं कि रात्रि कफ्र्यू से उद्योग में घबराहट का माहौल रहा क्योंकि कई मामलों को लेकर स्पष्टता नहीं है। कारखानों में उत्पादन घट सकता है। तैयार माल रात को ही टांसपोर्टरों को भेजा जाता है, और अब यह कार्य बाधित हो सकता है। उद्यमी प्रशासन से उद्योग सुचारू रूप से चलाने के लिए ढील देने की बात करेंगे।
मध्य प्रदेश में सभी शहरों में रात्रि कर्फ्यू के साथ शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन लगा दिया गया है। कन्फेडरेशन ऑल इंडिया ट्रेडर्स की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेंद्र जैन बताया कि अभी शादियों का सीजन चल रहा और शनिवार-रविवार को खूब खरीदारी होती है। ऐसे में लॉकडाउन से कारोबार को बहुत नुकसान होगा। रात्रि कर्फ्यू में माल ढुलाई प्रभावित होगी। सख्ती के नाम पर माल रोका जाएगा, जिससे माल ढुलाई ज्यादा देनी पड सकती है।
ग्वालियर इंडस्ट्री  एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन और रात्रि कर्फ्यू के दौरान कारखानों में तैयार माल बाजार तक पहुंचाना चुनौतीपूर्ण होगा। साथ ही कच्चा माल कारखानों में लाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। बड़ी मुश्किल से पिछले साल लगे लॉकडाउन की मार से धीरे—धीरे उबर रहे थे और अब फिर सख्ती ने उद्योग की मुश्किलें बढा दी हैं।
 

First Published : April 8, 2021 | 11:49 PM IST