महंगाई के सातवें आसमान पर पहुंचने के साथ ही इलेक्ट्रानिक कंपनियां भी कीमतों में बढ़ोतरी दबाव महसूस करने लगी हैं।
कच्चे माल के महंगा होने के कारण गर्मी के मौसम में फ्रिज और एयर कंडिशनर जैसे उत्पादों कीमतों की फिर से समीक्षा की जा रही है। कंपनियों को डर है कि महंगाई की तपिश गर्मी के बाजार को ठंडा कर सकती है।
उद्योग संघ सीआईआई द्वारा चंडीगढ़ में आयोजित एक्सपो कूलेक्स 2008 में शामिल एसी और फ्रिज बनाने वाली कंपनियों ने बताया है कि महंगाई के कारण उन्हें उत्पादों की कीमतों को बढ़ाना पड़ेगा। इस प्रदर्शनी में गोजरेज, सैंमसंग, एलजी, वोल्टाज, वर्लपूल जैसी प्रमुख कंपनियों शामिल हो रही हैं। इन कंपनियों ने माना है कि एसी और फ्रिज की कीमतों में 2 से 5 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी लाजिमी हो गई है।
महंगाई में भारी बढ़ोतरी के कारण उत्पादन लागत में बढ़ोतरी हुई है और इसलिए कंपनियां आने वाले दिनों में इस बढ़ी हुई लागत का भार उपभोक्ताओं पर डालने के लिए तैयार हैं। जिन कच्चे माल की कीमतों में सबसे अधिक बढ़ोतरी देखने को मिली है उनमें स्टील और तांबा शामिल हैं।
गोदरेज के क्षेत्रीय बिक्री प्रबंधक रमन दीप ने बताया कि कूलिंग उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी जरूरी हो गई है और संभव है कि 10 अप्रैल से नई दरें लागू हो जाएं। रमन ने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी से बिक्री प्रभावित हो सकती है लेकिन कंपनियां उपभोक्ताओं को आकर्षक छूट की पेशकश कर बढ़ोतरी के प्रभावों को कम करने की कोशिश करेंगी। यह छूट उपहारों के तौर पर भी हो सकती है।
एलजी इलेक्ट्रानिक्स के एसी प्रोडक्ट मैनेजर अरुण वाधवा ने भी कुछ ऐसी ही बात कहीं। उनके मुताबिक एलजी 10 अप्रैल से अपने कूलिंग उत्पादों की कीमतों में इजाफा करने जा रही है और यह वृद्धि 3 से 5 प्रतिशत के बीच हो सकती है। उन्होंने कहा कि चूंकि उत्पादों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है इसलिए एक ही रास्ता है कि उत्पादों की कीमतों को बढ़ाकर अधिक लागत मूल्य को वहन किया जाए।
वाधवा ने कहा कि हो सकता है कि कुछ कंपनियां गुणवत्ता से समझौता कर अपने कूलिंग उत्पादों की कीमतों में इजाफा न करें लेकिन यदि कोई कंपनी गुणवत्ता को लेकर सजग है कि तो निश्चित तौर से कीमतों को बढ़ाया जाएगा।कंपनियां हालांकि कीमतों में बढ़ोतरी की चुभन को कम करने की तैयारी भी कर रहीं हैं। कंपनियों का मानना है कि उत्पादों में मूल्य वर्धित फीचर्स को जोड़कर कीमतों में इजाफे के असर को कम किया जा सकता है।
इसके अलावा उपभोक्ताओं को उपहार और अन्य लाभों की पेशकश भी की जाएगी। कंपनियां महंगाई की नकेल कसने के लिए सरकार से सख्त कदम की उम्मीद कर रहीं हैं। सरकार ने धातुओं की कीमतों में बढ़ोतरी पर लगाम लगाने के लिएर् कई उपाए किए हैं और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इस्पात और तांबे की कीमतों में गिरावट आएगी।