शेयर बाजार में अस्थिरता के चलते आज भी निवेशकों का एक बड़ा समूह बाजार में सीधे तौर पर निवेश करने से अपने हाथ पीछे खीच रहा है। ऐसा होने से न केवल दैनिक लेने देन में गिरावट आई, बल्कि क्षेत्रीय ब्रोकिंग हाउसों को अपनी विस्तार योजनाओं को कुछ समय के लिए स्थगित करने पर मजबूर भी कर दिया है।
कुछ राष्ट्रीय ब्रोकिंग हाउसों ने माना है कि बाजार में गिरावट के चलते उन्होंने अपनी विस्तार योजनाओं की गति को धीमा कर दिया है।
दूसरी ओर कुछ ब्रोकिंग हाउसों ने कहा है कि बाजार में अस्थिरता और लेने देन में गिरावट आने के बावजूद उन्होनें ने अपनी विस्तार योजनाओं में किसी तरह का फेरबदल नहीं किया है।
पंजाब,हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में लगभग 6 से 7 लाख एक्टिव डीमेट खाताधारी है। इसके बावजूद यहां पर अभी भी इस क्षेत्र के लिए अपार संभावनाए है।
देश में होते आर्थिक विकास के चलते अब छोटे शहरों में भी लोग शेयर बाजार की तरफ रुझान कर रहें है। इसलिए न केवल राष्ट्रीय स्तर के स्टॉक एक्सचेंज अपना विस्तार कर रहें है , बल्कि क्षेत्रीय स्तर के ब्रोकर्स भी छोटे शहरों में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहें है। इसके लिए ये ब्रोकर्स एक्सचेंज छोटे शहरों और टाउनों में अपनी नई शाखाओं की शुरुआत कर रहें है।
देश में बड़ी संख्या में एनआरआई, कमोडिटी ट्रेडर्स, मकानमालिकों और ऊंची आय वाले निवेशकों के होने से ब्रोकिंग हाउसों के लिए इस क्षेत्र में अपार संभावनाए है।
विक्सन फाइनेंस एंड इनवेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड के वी कुमार ने कहा कि अस्थिरता के चलते और देनिक लेने देन में आई गिरावट ने इस समय निवेशकों के लिए परिस्थितियां में बदलाव कर दिया है।
बाजार में गिरावट को देखते हुए निवेशक बाजार से दूरी बनाए हुए है।
बाजार में आती गिरावट ने निवेशकों को अपनी विस्तार योजनाओं को बढ़ाने पर पुन: विचार करने पर विवश कर दिया है। निवेशकों के मन में भी बाजार के उतार चढ़ाव को देखते हुए भय की स्थिति बनी हुई है।
कुमार ने आगे बताया कि अभी हमनें पंजाब में 5 से 6 शाखाओं को खोलने की योजना बनाई थी। लेकिन बाजार की विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए हमनें अपनी इस योजना को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया है।