कम होती उड़ानों की संख्या को देखते हुए दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने नए घरेलू टर्मिनल 1डी के पूरा होने का समय 2009 की पहली तिमाही तक बढ़ा दिया है।
प्राइवेट विमानन कंपनियों की उड़ानों के लिए इस टर्मिनल के खोलने की समय सीमा अगस्त से बढ़ाकर दिसंबर पहले ही कर दी गई थी। हवाईअड्डे के सूत्रों ने बताया कि अंतरिम अंतराष्ट्रीय टर्मिनल बनाने की योजना उड़ानों की संख्या में कमी आने की वजह से स्थगित कर दी गई है।
डायल के प्रवक्ता ने कहा कि ‘नये घरेलू टर्मिनल को अगले वर्ष की पहली तिमाही से चालू कर दिया जाएगा और उनकी क्षमताओं का विस्तार किया जाएगा। टर्मिनल की सालाना क्षमता 1 करोड़ यात्रियों की होगी तथा 2009 के अंत तक क्षमता बढ़कर 2.5 करोड़ की हो जाएगी।
टर्मिनलों की क्षमता बढ़ने के बाद यात्रियों की बढ़ती संख्या को बिना किसी अस्थायी टर्मिनल को स्थापित किए बिना ही निबटा जा सकेगा। डायल कार्यकारी अधिकारियों ने बताया कि 1 डी के निर्माण के लिए किसी भी तरह की समयसीमा का उल्लेख इस समझौते में नहीं किया गया है।
क्योंकि इस टर्मिनल का निर्माण इस समझौते में नहीं आता है। इस समझौते में एयरपोर्ट डेवलपर कंपनी 2010 के अंत तक केवल पुराने टर्मिनलों के सुधार, एक नए रनवे और एकीकृत टर्मिनल के निर्माण के लिए उत्तरदायी है।
दिल्ली ने मुंबई को पछाड़ा
दिल्ली हवाईअड्डा व्यस्तता के मामले में मुंबई हवाई अड्डे को अक्टूबर से शुरु होने वाले अपने शीतकालीन सत्र के दौरान पछाड़ देगा। इस शीतकालीन सत्र में दिल्ली हवाईअड्डे के सबसे व्यस्त घंटे के दौरान 40 की जगह 55 उड़ानों को भरा जा सकेगा ।
जबकि मुंबई हवाईअड्डे में इनकी संख्या 32 ही रहेगी। इसका कारण यह है किदिल्ली हवाई अड्डे ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नई उड़ानों के लिए रनवे का विस्तार किया है। इसके लिए दिल्ली हवाई अड्डे में एक तीसरा रनवे बनाया जा रहा है। जो अगले कुछ सप्ताह में ही चालू हो जाएगा।