दिल्ली पुलिस ने आज कहा कि इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) की योजना नेहरू प्लेस सहित दिल्ली के प्रमुख व्यावसायिक केंद्रों में आतंकी हमले कर दहशत फैलाने की थी।
दिल्ली तथा देश के अन्य हिस्सों में सिलसिलेवार बम धमाकों मे शामिल होने के आरोप में आज जामिया नगर से तीन और संदिग्ध आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने यह खुलासा किया।
नेहरू प्लेस कंप्यूटर उपकरणों का प्रमुख बाजार है और वह इंडियन मुजाहिदीन का प्रमुख निशाना था। पुलिस ने अन्य प्रमुख निशानों का खुलासा नहीं किया है। हालांकि पुलिस ने बताया कि आतंकी 20 स्थानों पर बम विस्फोट करना चाहते थे।
नेहरुप्लेस में साफ्टवेयर, हार्डवेयर और इलेक्ट्रानिक सामान की काफी खरीद-फरोख्त होती है। आंकड़ों के मुताबिक इस बाजार का सालाना कारोबार 300 खरब रुपये से ज्यादा का है।
इसके अलावा यहां बड़ी संख्या में रिटेल स्टोर और मॉल भी है। प्रमुख व्यावसायिक केन्द्र होने के कारण इस इलाके में भारी संख्या में लोगों की आवाजाही बनी रहती है।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) एच जी एस धालीवाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘ उनका मुख्य उद्देश्य भीड़भाड़ वाले स्थानों को निशाना बनाना था ताकि धमाके का अधिकतम असर हो। उनकी आम धारणा थी कि लगातार कुछ न कुछ होना चाहिए और उनकी गतिविधियों में विराम नहीं होना चाहिए।’
इससे पहले, आज सुबह जिया-उर-रहमान, शाकिर निसार और मोहम्मद शकील को जामिया नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया। यह वही इलाका है जहां शुक्रवार को पुलिस मुठभेड़ में मुख्य साजिशकर्ता आतिफ समेत दो आतंकवादी मारे गए थे।