उत्तर प्रदेश में सभी का बिजली बिल हाफ, कोरोना काल का बकाया बिल साफ और किसानों का पूरा कर्जा माफ करने के वादे के साथ कांग्रेस ने अपना जन घोषणा पत्र पेश किया है।
पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधानसभा चुनावों के लिए घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से एक लाख से ज्यादा लोगों से बातचीत के बाद इसे तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर कानपुर में चमड़ा और मुरादाबाद में पीतल के जैसे पारंपरिक उद्योगों के क्लस्टर के विकसित किए जाएंगे। इन क्लस्टरों में नौजवानों को अपना उद्यम स्थापित करने के लिए महज एक फीसदी ब्याज पर कर्ज सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रदेश में किसानों से गेहूं और धान की सरकारी खरीद छत्तीसगढ़ की तर्ज पर 2,500 रुपये और गन्ना 400 रुपये पर की जाएगी। कांग्रेस पार्टी सत्ता में आने पर 20 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देगी। इसमें जहां 12 लाख रिक्त सरकारी पद भरे जाएंगे, वहीं 8 लाख नए पद सृजित किए जाएंगे। इन सभी पदों का 40 फीसदी केवल महिलाओं के लिए आरक्षित होगा।
हवा-हवाई बातें कर जनता को बरगलाने की कोशिश में जुटे हैं विरोधी दल: मायावती
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने विरोधी दलों पर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक बार फिर हवा-हवाई बातें और वादे करके जनता को बरगलाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को दावा किया कि सिर्फ बसपा ही राज्य को योग्य और भरोसेमंद सरकार दे सकती है। मायावती ने कहा, ‘विरोधी पार्टियां विधानसभा चुनाव में एक बार फिर अपनी हवा-हवाई बातों और वादों से लोगों को लुभाने और बरगलाने की कोशिश कर रही हैं। यह उनकी नाटकबाजी और पाखंड है।’
उन्होंने कहा कि सिर्फ बसपा का कड़ा संकल्प ही भाजपा की संकीर्ण और हिंसक प्रवृति वाली गरीब-किसान विरोधी गैर-कल्याणकारी सरकार को हटाकर उत्तर प्रदेश को हिंसा व दंगा-मुक्त बना सकती है और रोजगारतथा विकास उन्मुखी भरोसेमंद सरकार दे सकती है। मायावती ने कहा, ‘प्रदेश के करोड़ों लोग केंद्र तथा राज्य की भाजपा नीत सरकारों की गलत नीतियों और उनके सनकी, जातिवादी तथा सांप्रदायिक क्रियाकलापों की वजह से बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई से त्रस्त हैं। यही वजह है कि भाजपा को प्रदेश की सत्ता से अपनी विदाई नजर आने लगी है।’ भाषा