मंदी ने कारोबार की आंच को भले ही देश भर में ठंडा कर दिया हो पर उत्तर प्रदेश में आज भी मुस्कराने की तमाम वजहें हैं। वर्ष 2009 में उत्तर प्रदेश के लोगों को कई सारी सौगातें एक साथ मिलने वाली हैं।
नए साल के पहले दिन से ही राज्य के कर्मचारियों को बढ़े हुए वेतनमान का तोहफा मिलने लगा है। रिटायर हो चुके लोगों को पेंशन में बढ़त के साथ एरियर भी मिलने वाला है। सरकार ने 2009 में प्रदेश में 40000 शिक्षकों की भर्ती को मंजूरी दी है तो साथ ही 1.5 लाख पुलिस वालों की भर्ती की भी शुरुआत होगी।
निजी क्षेत्र में नया साल काफी कुछ करने वाला है। मोबाइल सर्विस प्रदाता कंपनी रिलायंस ने जीएसएम सेवा की शुरुआत की घोषणा की है। राजधानी में एक और मल्टीप्लेक्स इसी साल अपनी आमद दर्ज कराएगा। प्रदेश के कई छोटे शहरों में भी सरकार ने मल्टीप्लेक्स को बनाने की मंजूरी दी है।
इसी साल कानपुर, मेरठ, इलाहाबाद और वाराणसी सहित कई शहरों में नए शापिंग माल खुलेंगे। प्रदेश में सर पर छत का सपना देखने वालों की तो लाटरी निकलने वाली है।
पहली बार एक साथ सरकारी संस्थाओं के साथ-साथ कई निजी बिल्डर दुर्बल और कम आय वर्ग के लोगों के लिए आवासीय परियोजनाएं लाने वाले हैं।
राजधानी में अंसल के साथ ही अब निजी क्षेत्र की बड़ी निर्माण कंपनी डीएलएफ भी एकीकृत टाउनशिप की परियोजना पर काम शुरु करेगी। अंसल ने तो अपनी परियोजना में दुर्बल आय वर्ग और कम आय वालों के लिए बुकिंग की भी शुरुआत कर दी है।
आशा है कि नए साल में इन मकानों की चाभी आवंटियों को सौंप दी जाएगी। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने कई सालों के बाद कम कीमत पर मध्य वर्ग के लिए आवास बनाने की परियोजना की घोषणा की है।
इन मकानों की बुकिंग भी नए साल में ही शुरु होगी। केबिल ऑपरेटरों की मनमानी झेल रहे उपभोक्ताओं के लिए दूरसंचार विभाग ने आईपीटीवी सेवा शुरु करने की घोषणा कर दी है। यह सेवा नए साल में सभी के लिए सुलभ होगी।
नया साल किसानों के लिए भी कुछ अच्छा साबित होने वाला है। तीन सालों के बाद पहली बार गन्ना किसानों को 140-145 रुपए प्ति कुंतल की दर पर भुगतान किया जा रहा है।