एक जिला एक उत्पाद के लिए यूपी का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 7:31 AM IST

उत्तर प्रदेश सरकार की महत्त्वाकांक्षी परियोजना एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के लिए योगी सरकार अपने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है। इससे पहले प्रदेश सरकार ने योजना के तहत विभिन्न जिलों के विशिष्ट उत्पादों को बेंचने के लिए एमेजॉन, ई बे और फ्लिपकार्ट से करार किया था। ओडीओपी के 11,000 उत्पादों की बिक्री एमेजॉन से की जा रही है। सूक्ष्म एवं लघु उद्यम विभाग के मुताबिक ओडीओपी के 11 हजार से ज्यादा उत्पाद एमेजॉन पर उपलब्ध हैं। बीते दिसंबर महीने तक इसके जरिए 24 करोड़ से ज्यादा के 50 हजार उत्पादों की बिक्री भी हो चुकी है। इन आनलाइन प्लेटफॉर्म के साथ ही सरकारी खरीद के लिए बने जेम पोर्टल पर भी ओडीओपी के उत्पादों की बिक्री हो रही है।
अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग नवनीत सहगल ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी ओर से पहल करते हुए स्थानीय उद्यमियों एवं कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पादों को घर बैठे खरीद व बिक्री के लिए ऑनलाइन पोर्टल की सुविधा शुरू की है। ओडीओपी मार्ट नाम के इस पोर्टल से स्थानीय कारीगर अपने उत्पाद की राष्ट्रीय स्तर पर बिक्री कर सकेंगे, जिन्हें कोई भी खरीद सकता है। इससे स्थानीय हस्तशिल्पियों को उनके उत्पादों की बिक्री के लिए बड़ा बाजार मिलेगा, वहीं प्रदेश की पारंपरिक कला से दूर-दराज के व्यक्ति भी आसानी से परिचित हो सकेंगे।
उन्होंने बताया कि इस ओडीओपी मार्ट पर क्रेता और विक्रेता दोनों को विशेष सुविधाएं दी गई है। इस पोर्टल पर विक्रेताओं का नि:शुल्क पंजीकरण होगा और लेन-देन की प्रक्रिया सुरिक्षत होगी। ओडीओपी उत्पादों के निर्माता व विक्रेता इस पोर्टल पर जरुरत पडऩे विशेषज्ञों से परामर्श भी ले सकेंगे।
सहगल ने बताया कि उद्यमी और कारीगरों आसानी से वेबसाइट का उपयोग कर सकें, इसके लिए वेबसाइट संचालन की प्रक्रिया को आसान बनाया गया है। उन्होंने बताया कि खरीददारों को वेबसाइट के माध्यम से उत्कृष्ट एवं गुणवत्तापूर्ण उत्पाद प्राप्त होंगे। वेबसाइट पर ओडीओपी उत्पादों की विस्तृत श्रंखला मौजूद है। साथ ही सभी उत्पाद किफायती दर पर उपलब्ध है। इस पोर्टल पर उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों के ओडीओपी उत्पाद एक प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराये गये हैं। क्रेता अपनी पसन्द के उत्पाद खरीद सकेगा, जिससे उत्पादों की लोक प्रियता बढ़ेगी और कारीगरों को आर्थिक लाभ होगा।

First Published : March 4, 2021 | 12:12 AM IST