मौजूदा वैश्विक मंदी के बावजूद आईटीसी, एचयूएल, स्टरलाइट और अन्य शीर्ष कंपनियां उत्तराखंड की मुख्य औद्योगिक क्षेत्रों में अतिरिक्त भूमि आवंटन की वजह से अपनी विस्तार योजनाओं के साथ आगे बढ़ रही हैं।
इन कंपनियों को आवंटन पत्र आवंटित करने के बाद राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया, ‘हम लोगों को विश्वास है कि ये सभी कंपनियां विस्तार योजनाओं के साथ आगे बढ़ेंगी।’
एफएमसीजी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों में से एक एचयूएल को हरिद्वार औद्योगिक एस्टेट में 64000 वर्ग मीटर भूमि आवंटित की गई है जहां कि कंपनी ने अपनी विस्तार योजनाओं के लिए 510 करोड़ रुपये निवेश करने का आश्वासन दिया है।
एचयूएल उन गिनी-चुनी कंपनियों में से एक है, जिसे हरिद्वार में अपनी इकाइयों की स्थापना के लिए 2003 की विशेष औद्योगिक पैकेज के तहत रियायतें दी जाएंगी। यह पैकेज केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित की गई थी। आईटीसी और अन्य एफएमसीजी क्षेत्र की शीर्ष कंपनियों को भी हरिद्वार में 38400 वर्ग मीटर भूमि आवंटित की गई है, जहां कि वे 260 करोड़ रुपये निवेश करेंगी।
इसी तरह, वेदांता समूह की स्टरलाइट कंपनी ने अपनी हरिद्वार संयंत्र के विस्तार के लिए 95 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है। स्टरलाइट को 19200 वर्ग मीटर भूमि आवंटित की गई है। राज्य सरकार के अधिकारियों ने बताया कि इस कंपनियों को दिए जाने वाली करों में छूट की वजह से उन्हें मंदी से उबरने में मदद मिलेगी।
कंप्यूटर क्षेत्र की बड़ी कंपनियों में से एक डेल्टा इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को 1.21 लाख वर्ग मीटर भूमि आवंटित की गई है। डेल्टा को यह भूमि पंतनगर में आवंटित की गई है जहां कि सिडकुल की पर्याप्त जमीन उपलब्ध है। इसके अलावा, हिन्द जिंक को पंतनगर में एक लाख वर्ग मीटर भू्मि आवंटित की गई है।