आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार पर गुरुवार को आरोप लगाया कि वह हरियाणा सरकार पर यमुना में ‘जहर मिलाने’ का आरोप लगाने को लेकर उन्हें नोटिस भेजकर राजनीति कर रहे हैं। केजरीवाल ने यहां संवाददाता सम्मेलन के दौरान आरोप लगाया कि कुमार ने निर्वाचन आयोग (ईसी) की विश्वसनीयता नष्ट कर दी है और उनकी सेवानिवृत्ति के बाद कोई पद पाने की इच्छा है।
सीईसी पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘अगर राजनीति करनी है, तो चुनाव लड़िए। वह सेवानिवृत्ति के बाद कोई पद पाने की चाह रखते हैं। राजीव कुमार ने निर्वाचन आयोग को जितना नुकसान पहुंचाया है, उतना किसी ने नहीं पहुंचाया।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘जब तक मैं जिंदा हूं, दिल्ली के लोगों को जहरीला पानी नहीं पीने दूंगा। मुझे पता है कि वे मुझे दो दिन में गिरफ्तार कर लेंगे, लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूं।’ केजरीवाल की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब निर्वाचन आयोग ने उसके नोटिस पर ‘आप’ प्रमुख के जवाब पर असंतोष जाहिर करने के साथ ही उन्हें हरियाणा सरकार के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर स्पष्टीकरण देने का एक और मौका दिया।
अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर हमला बोलते हुए ‘आप’ प्रमुख ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा मिल गए हैं और दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य को खतरे में डाल रहे हैं। निर्वाचन आयोग को दिए गए 14 पन्नों के जवाब में ‘आप’ प्रमुख ने कहा था कि अगर लोगों को इस तरह का जहरीला पानी पीने दिया गया, तो इससे स्वास्थ्य संबंधी गंभीर खतरा पैदा होगा और कई जानें जाएंगी। निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को लिखे एक और पत्र में कहा कि केजरीवाल के जवाब में मूल मुद्दे के बारे में कुछ भी नहीं कहा गया है। आयोग ने ‘आप’ प्रमुख से 31 जनवरी को पूर्वाह्न 11 बजे तक मामले में और स्पष्टीकरण देने को कहा।