राजनीति

गोवा में ₹304 करोड़ का घोटाला? कांग्रेस ने BJP पर लगाए गंभीर आरोप, पार्टी को मिनी-अदाणी का गिरोह कहा

कांग्रेस पार्टी के मीडिया और प्रचार के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने शनिवार (22 मार्च) को एक बयान जारी किया। इसमें उन्होंने बीजेपी को “मिनी-अदाणी का गिरोह” कहा।

Published by
बीएस वेब टीम   
Last Updated- March 22, 2025 | 7:14 PM IST

कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी के नेतृत्व वाली गोवा सरकार पर ₹304.24 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सार्वजनिक धन का दुरुपयोग किया गया और बिना प्रतिस्पर्धी बोली के ठेके दिए गए। कांग्रेस पार्टी के मीडिया और प्रचार के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने शनिवार (22 मार्च) को एक बयान जारी किया। इसमें उन्होंने बीजेपी को “मिनी-अदाणी का गिरोह” कहा और दावा किया कि पार्टी सरकारी परियोजनाओं में चुनिंदा निजी कंपनियों को फायदा पहुंचा रही है।

खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार विरोधी रुख की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि गोवा में उनकी सरकार मोदी के भ्रष्टाचार से लड़ने के दावों को झुठलाती है। प्रेस बयान में कहा गया, “पीएम मोदी का तथाकथित ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई’ असल में ‘भ्रष्टाचारियों के लिए लड़ाई’ है।” बयान में यह भी जोड़ा गया कि गोवा सरकार ने खरीद नियमों और केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) के दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है।

फायदा पहुंचाने के आरोप

कांग्रेस के बयान में कई ऐसे उदाहरण दिए गए हैं जहां कथित तौर पर बिना उचित प्रक्रिया के ठेके दिए गए। इसमें कहा गया कि जल जीवन मिशन के तहत ₹47.18 करोड़ का स्मार्ट वाटर सप्लाई IoT प्रोजेक्ट बिना खुली बोली के दिया गया।  लोक निर्माण विभाग (PWD) ने कथित तौर पर ₹148.66 करोड़ के सड़क कार्यों को बिना प्रतिस्पर्धी बोली के मंजूरी दी। इसमें ₹32.16 करोड़ का सड़क पुनर्स्थापन प्रोजेक्ट और बिचोलिम में ₹5.25 करोड़ का सड़क चौड़ीकरण प्रोजेक्ट शामिल है, जिन्हें बाद में मंजूरी दी गई।  सिओलिम में ₹32.14 करोड़ की बिजली ढांचा सुधार योजना को कथित तौर पर चार छोटे ठेकों में बांट दिया गया ताकि ऊपरी स्तर की जांच से बचा जा सके।  ₹9.17 करोड़ का हाईवे सलाहकार ठेका कथित तौर पर अनिवार्य गुणवत्ता और लागत आधारित चयन प्रक्रिया (QCBS) का उपयोग किए बिना दिया गया।  ₹4.56 करोड़ का पशु चारा खरीद सौदा कथित तौर पर महाराष्ट्र की एक PSU को बिना सरकारी ई-मार्केटप्लेस नियमों का पालन किए दिया गया।

साथ ही कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मारगांव में ₹13.22 करोड़ का “विकसित भारत” कार्यक्रम कथित तौर पर औपचारिक प्रशासनिक मंजूरी के बिना आयोजित किया गया। इसी तरह, गोवा CSR कॉन्क्लेव 2023 (₹2.78 करोड़) को कथित तौर पर पूरा होने के बाद ही मंजूरी दी गई। पीएम मोदी की 27 अप्रैल 2024 को गोवा यात्रा के दौरान ₹1.37 करोड़ के खर्च को आयोजन के बाद ही मंजूरी दी गई, जबकि जरूरी मंजूरी लेने के लिए पर्याप्त समय था।

‘प्रोजेक्ट्स को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटा गया’

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कई बड़े प्रोजेक्ट्स को जानबूझकर छोटे ठेकों में बांटा गया ताकि ऊपरी स्तर की मंजूरी की जरूरत से बचा जा सके। उदाहरण के लिए:  कुंकलिम फायर स्टेशन निर्माण प्रोजेक्ट को कथित तौर पर कम से कम पांच ठेकों में बांटा गया, प्रत्येक ₹50 लाख से कम का, हालांकि कुल लागत ₹1 करोड़ से अधिक थी।  सरकारी आयोजनों की लाइव स्ट्रीमिंग के लिए ₹0.78 करोड़ का ठेका कथित तौर पर एशियन फिल्म्स को नई बोली के बिना बढ़ा दिया गया।

कांग्रेस ने पीएम मोदी की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाए

कांग्रेस ने बीजेपी से तीन सीधे सवाल पूछे हैं:

प्रवर्तन निदेशालय (ED), जिसने देशभर में नेताओं के खिलाफ 193 मामले दर्ज किए हैं, ने गोवा में किसी भी वित्तीय अनियमितता की जांच क्यों नहीं की?

पीएम मोदी, जो अपने PR अभियानों में भ्रष्टाचार से लड़ने की बात करते हैं, सीएम प्रमोद सावंत की सरकार के तहत बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को क्यों नजरअंदाज कर रहे हैं?

क्या बीजेपी के नेतृत्व वाली गोवा सरकार जानबूझकर चुनिंदा व्यवसायों को सरकारी ठेके देकर “मिनी-अदाणी” का नेटवर्क बना रही है?

कांग्रेस बनाम बीजेपी: राजनीतिक नतीजे

कांग्रेस ने दावा किया कि गोवा में भ्रष्टाचार फैला हुआ है और यह राजनीतिक संरक्षण से हो रहा है। अभी तक बीजेपी ने इन आरोपों पर आधिकारिक जवाब नहीं दिया है।

First Published : March 22, 2025 | 7:10 PM IST