राजनीति

राहुल गांधी का RSS पर वार, भाजपा ने किया पलटवार, कहा- लोकतंत्र के लिए ‘काला धब्बा’

अमेरिकी राज्य टेक्सास के डलास में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के एक कार्यक्रम में राहुल ने कहा कि प्रेम, सम्मान और विनम्रता जैसे गुण भारतीय राजनीति से गायब हो रहे हैं।

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भाषा   
Last Updated- September 09, 2024 | 11:05 PM IST

कांग्रेस नेता और लोक सभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि तरक्की में महिलाओं की समान भागीदारी होनी चाहिए और उन्हें भी आगे बढ़ने के लिए पुरुषों के बराबर अवसर मिलने चाहिए। अमेरिकी राज्य टेक्सास के डलास में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के एक कार्यक्रम में राहुल ने कहा कि प्रेम, सम्मान और विनम्रता जैसे गुण भारतीय राजनीति से गायब हो रहे हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि संघ और भाजपा का मानना है कि महिलाओं को घर पर ही रहना चाहिए। उन्हें बाहर निकल कर काम नहीं करना चाहिए, बल्कि घर पर रहकर खाना पकाने तक सीमित रहना चाहिए, उन्हें ज्यादा नहीं बोलना चाहिए, जबकि कांग्रेस चाहती है कि महिलाओं को वो सब करना चाहिए, जो वे करना चाहती हैं। यदि वे कोई कारोबार शुरू करना चाहती हैं, तो वित्तीय तौर पर उनकी मदद की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘संघ की विचारधारा है कि भारत एक विचार है, जबकि कांग्रेस का मानना है कि भारत विविध विचारों से सजा एक गुलदस्ता है। अमेरिका की तरह कांग्रेस भी मानती है कि राष्ट्र निर्माण में प्रत्येक नागरिक की भागीदारी होनी चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को सपने देखने और उन्हें पूरे करने का हक है। किसी के साथ भी जाति, भाषा, धर्म, परंपरा और इतिहास के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। इसी के लिए हमारी लड़ाई है।’

इस बीच, संघ पर टिप्पणी को लेकर भाजपा ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला और उन्हें भारतीय लोकतंत्र के लिए ‘काला धब्बा’ बताया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राहुल गांधी पर विदेश में अपनी टिप्पणियों से भारतीय लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘हर कोई जानता है कि राहुल गांधी एक अपरिपक्व और पार्ट-टाइम (अंशकालिक) नेता हैं, लेकिन जब से वह लोक सभा में विपक्ष के नेता बने हैं, तब से लोगों ने उनके कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी डाल दी है।’ भाटिया ने कहा, ‘लेकिन मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि राहुल गांधी भारतीय लोकतंत्र के लिए काला धब्बा हैं। उन्हें यह भी नहीं पता कि विदेशों में क्या बातें कही जाती हैं।’

First Published : September 9, 2024 | 11:05 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)