वर्ष 2024 के आम चुनाव में दो लोक सभा सीट (वायनाड और रायबरेली) से जीत दर्ज करने वाले राहुल गांधी ने बुधवार को यह कहकर कयासों को हवा दे दी कि वह कौन सी सीट छोड़ेंगे इसे लेकर दुविधा में हैं। हालांकि, कांग्रेस की केरल इकाई के प्रमुख के. सुधाकरन ने संकेत दिया कि कांग्रेस नेता वायनाड सीट छोड़ देंगे।
लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अनुसार, एक उम्मीदवार दो लोक सभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ सकता है, लेकिन एक समय में केवल एक ही निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर सकता है। इसलिए कांग्रेस नेता को अपनी जीती हुई दो में से एक सीट छोड़नी होगी।
दिन की शुरुआत में मलप्पुरम के एडवन्ना में सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि वह इस दुविधा में हैं कि उन्हें वायनाड और रायबरेली लोक सभा सीट में से कौन सी सीट छोड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह जो भी निर्णय लेंगे, दोनों निर्वाचन क्षेत्र के लोग उससे खुश होंगे। उन्होंने लोक सभा में दूसरे कार्यकाल के लिए उन्हें चुनने के लिए वायनाड के लोगों को धन्यवाद दिया।
इस बीच, राज्य के वायनाड जिले के कलपेट्टा में एक सार्वजनिक बैठक में गांधी की मौजूदगी में केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष के. सुधाकरन ने संकेत दिया कि कांग्रेस नेता वायनाड लोक सभा सीट छोड़ सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमें दुखी नहीं होना चाहिए, क्योंकि जिस राहुल गांधी से देश का नेतृत्व करने की अपेक्षा की जाती है, उनसे वायनाड में बने रहने की उम्मीद नहीं की जा सकती। हर किसी को इसे समझना चाहिए और उन्हें अपनी सभी शुभकामनाएं और समर्थन देना चाहिए।’
इससे पहले दिन में एडवन्ना में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें भगवान से कोई निर्देश नहीं मिलता कि क्या करना है, जैसा कि प्रधानमंत्री अपने बारे में दावा करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि भगवान ने प्रधानमंत्री को देश के प्रमुख हवाईअड्डों और बिजली संयंत्रों को अदाणी को सौंपने का निर्देश दिया है और फिर भगवान उन्हें (मोदी को) रक्षा क्षेत्र में उद्योगपति की मदद करने के लिए ‘अग्निवीर’ योजना लाने का निर्देश देते हैं।
राहुल ने कहा, ‘दुर्भाग्यवश, मेरे पास यह सुविधा नहीं है, क्योंकि मैं एक इंसान हूं और भगवान मुझे आदेश नहीं देते। मेरे लिए, यह बहुत आसान है। मेरे भगवान भारत के गरीब लोग हैं। मेरे भगवान वायनाड के लोग हैं।’