राजनीति

दंगे पूर्व नियोजित थे: ममता

वक्फ संशोधन कानून को बताया विभाजनकारी, बांग्लादेश से घुसपैठ और केंद्रीय एजेंसियों की भूमिका पर उठाए सवाल

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भाषा   
Last Updated- April 16, 2025 | 10:49 PM IST

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद में हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा को बुधवार को पूर्व नियोजित करार दिया। उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वर्ग, गृह मंत्रालय के तहत आने वाली केंद्रीय एजेंसियों तथा राज्य में विपक्षी दल भाजपा पर कथित तौर पर बांग्लादेश से सीमा पार घुसपैठ कराकर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया। ममता बनर्जी ने मुस्लिम धार्मिक नेताओं के साथ बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लागू नहीं करने का आग्रह किया और चेतावनी दी कि यह कानून देश को विभाजित करेगा। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए देश को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।

मुर्शिदाबाद के धुलियान और शमशेरगंज इलाकों में 11 और 12 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई झड़पों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थित बाहरी लोग हिंसा भड़काने के लिए राज्य में घुस आए हैं।

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने दावा किया कि पड़ोसी बांग्लादेश में अस्थिर स्थिति के बावजूद केंद्र ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम को जल्दबाजी में पारित कर दिया और सीमा पार से अवैध घुसपैठ की अनुमति दी, जिसके कारण बंगाल में अशांति फैली। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीएसएफ के एक वर्ग और गृह मंत्रालय के अधीन कुछ केंद्रीय एजेंसियों ने हिंसा को बढ़ावा देने में भूमिका निभाई। उन्होंने सीमा सुरक्षा बल की भूमिका की जांच के आदेश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मुझे ऐसी खबरें मिली हैं, जिनमें मुर्शिदाबाद में अशांति के पीछे सीमा पार से आए तत्वों की भूमिका का दावा किया गया है। क्या सीमा की सुरक्षा में बीएसएफ की भूमिका नहीं है? बीएसएफ गृह मंत्रालय के अधीन है। राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा नहीं करती है। केंद्र सरकार इसकी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती।’

भाजपा ने मांगा इस्तीफा

मुर्शिदाबाद जिले में हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा के दौरान एक विशेष समुदाय के लोगों पर कथित अत्याचार के खिलाफ तख्तियां लेकर भाजपा विधायकों ने बुधवार को पश्चिम बंगाल विधान सभा के निकट ‘हिंदू शहीद दिवस’ मनाया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने उन पिता-पुत्र के लिए भी न्याय की मांग की, जिनकी पिछले सप्ताह मुस्लिम बहुल जिले में हिंसा के दौरान भीड़ ने हत्या कर दी थी।

First Published : April 16, 2025 | 10:49 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)