ज़ी के संस्थापक और प्रवर्तक सुभाष चंद्रा ने सोमवार को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में दर्शकों और नियामक इकाइयों सहित सभी हितधारकों से प्रेस की स्वतंत्रता को खतरे के खिलाफ खड़ा होने की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘मैं अपने दर्शकों, नियामक निकायों सहित सभी हितधारकों से प्रेस की स्वतंत्रता के लिए इन खतरों को पहचानने और उनके खिलाफ खड़ा होने की अपील करता हूं।’ उन्होंने दावा किया शासन के द्वारा इसके खिलाफ प्रयास किए गए हैं।
ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के मानद चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने कहा, ‘मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है मगर उसे शासन वर्ग से बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ा रहा है। इसमें विधायिका, कार्यपालिका,कॉरपोरेट और अन्य सभी शामिल हैं। एजेंडा पूरा करने के लिए मीडिया के विरुद्ध प्रयास किए जा रहे हैं।’
चंद्रा ने कहा कि मीडिया सरकारों को फीडबैक देता है और अगर उसे दबा दिया गया तो वह सरकार के मुकाबले जनता के लिए कहीं अधिक नुकसानदेह साबित होगा। 180 देशों के विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत के 159वें स्थान पर रहने पर कहा कि मीडिया भी इसके लिए जिम्मेदार है।