बुधवार को वानखेड़े स्टेडियम में आरसीबी के खिलाड़ियों ने अभ्यास सत्र के दौरान स्पिन गेंदबाजों का सामना करने पर फोकस किया। टीम ने अभ्यास के लिए कई स्पिन गेंदबाजों की व्यवस्था की थी, और बल्लेबाजों का लक्ष्य उनकी गेंदों पर बड़े शॉट लगाना था। इस दौरान फाफ डु प्लेसिस ने दो बार नेट में अभ्यास किया, मैक्सवेल, कैमरन ग्रीन, महिपाल लोमरर, रजत पाटीदार, टॉम करन, सुयश प्रभुदेसाई ने 1-1 बार अभ्यास किया।
वानखेड़े में स्पिनर रहे हैं हावी
2021 से वानखेड़े में आईपीएल मैचों में स्पिनरों ने 7.82 की इकॉनमी रेट बनाए रखी है। बीच के ओवरों (सातवें से 16वें ओवर) के दौरान, उन्होंने 7.76 की इकॉनमी रेट से 109 विकेट लिए हैं।
आईपीएल 2024 में आरसीबी को बीच के ओवरों (7वें से 16वें ओवर) में स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। इस चरण में, सिर्फ चार विकेट के नुकसान पर 50.75 का उनका औसत खराब नहीं है, लेकिन वे स्पिन के खिलाफ दूसरी सबसे धीमी स्कोरिंग टीम हैं।
केवल पाटीदार और कोहली ही स्पिनरों को दे पाए हैं जवाब
उनका 125 का स्ट्राइक रेट केवल केकेआर (122.68) से बेहतर है। आरसीबी के बल्लेबाजों में से, केवल पाटीदार (171.42) और विराट कोहली (142.42) ने बीच के ओवरों में कम से कम 10 स्पिन गेंदों का सामना करते हुए 110 से अधिक का स्ट्राइक रेट बनाए रखा है।
ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि मुंबई इस मैच में आरसीबी की इस कमजोरी को टार्गेट कर सकती है। हालांकि, मुंबई ने इस साल अब तक वानखेड़े में ज्यादा स्पिन गेंदबाजी नहीं की है। पिछले मैच में पीयूष चावला और मोहम्मद नबी ने मिलकर 4 ओवर फेंके थे। वहीं रॉयल्स के खिलाफ मैच में चावला अकेले स्पिनर थे जिन्होंने 3 ओवर फेंके थे। हालांकि, जिस तरह की ट्रेनिंग आरसीबी के बल्लेबाज कर रहे हैं उससे साफ है कि इस मैच में मुंबई से उन्हें स्पिन का डर है।
सबसे कम स्पिन गेंदबाजी
अभी तक इस सीजन में मुंबई ने सबसे कम स्पिन गेंदबाजी की है। अभी तक उन्होंने 18 ओवर स्पिनरों से डलवाए हैं जिसमें अकेले चावला ने 10 फेंके हैं। इस दौरान वे केवल स्पिन के साथ 2 विकेट झटक पाए हैं और इकॉनमी 11.22 की रही है। जो सारी टीमों के बीच सबसे खराब है।
ऐसे में अगर मुंबई स्पिनरों के साथ जाना पसंद करती है तो वे बाएं हाथ के स्पिनर शम्स मुलानी और कुमार कार्तिकेय को टीम में जगह दे सकते हैं। बहरहाल, यह देखना होगा कि क्या मुंबई अपने तरीके बदलेगी और आरसीबी की कमजोरियों का फायदा उठाने के लिए अधिक स्पिन गेंदबाजी का उपयोग करेगी।