रतन टाटा द्वारा स्थापित कंपनी इलेक्ट्रा ईवी ने दमदार ऑर्डर बुक के बल पर हरेक वित्त वर्ष में अपने कुल कारोबार को दोगुना करने की परिकल्पना की है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। इलेक्ट्रा ईवी टाटा मोटर्स सहित विभिन्न वाहन विनिर्माताओं को ईवी पावरटेन समाधान प्रदान करती है।
इलेक्ट्रा ईवी के कार्यकारी निदेशक समीर याग्निक ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘जुलाई 2021 के बाद लगातार दिख रही भारी मांग के मद्देनजर इलेक्ट्रा ईवी ने अगले 2-3 साल तक हरेक वित्त वर्ष में अपने कुल कारोबार को वित्त वर्ष 2020 के स्तर से दोगुना करना चाहती है।’ मार्च 2020 में समाप्त वर्ष के दौरान कंपनी ने 115 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया।
कंपनी ने मांग में 10 गुना वृद्धि दर्ज की है। अगस्त तक इलेक्ट्रा हर महीने 100 से 150 ईवी किट का उत्पादन कर रही थी जो अब प्रति महीना 1,000 किट तक बढ़ चुका है। याग्निक ने कहा, ‘बाजार में अचानक जबरदस्त उछाल दिख रहा है। बेड़ा, व्यक्तिगत, दोपहिया, तिपहिया आदि वाहन बाजार की हरेक श्रेणी से मांग दिख रही है।’ हालांकि इलेक्ट्रिक पुर्जों की उपलब्धता और चीन से आपूर्ति संबंधी बाधित होने से स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण हो गई है।
आपूर्ति एवं मांग में अंतर से निपटने के लिए इलेक्ट्रा ने बैटरी सेल जैसे पुर्जों के लिए 12 महीने पहले ऑर्डर बुक किए हैं जिनका वह आयात करती है। वह पुर्जो का स्थानीयकरण भी तेजी से कर रही है। इसके अलावा वह वैकल्पिक समाधान तलाशने के लिए भी काम कर रही है।
याग्निक ने कहा, ‘भविष्य में हम अपनी प्रॉसेस क्षमता को बढ़ाकर निष्पादन में वृद्धि करने, महत्त्वपूर्ण लोगों को जोडऩे और अपनी आपूर्ति शृंखला को बेहतर करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। हमने इन तीनों मोर्चों पर काफी सफर पहले ही तय कर लिया है।’
करीब चार साल पहले स्थापित यह स्टार्टअप विभिन्न वाहन कंपनियों को कई महत्त्वपूर्ण कलपुर्जों की आपूर्ति करता है जिसमें बैटरी सिस्टम से लेकर ट्रैक्शन पावर, ऑनबोर्ड चार्जर एवं वाहन नियंत्रण इकाई शामिल हैं। कंपनी ने दावा किया है कि वित्त वर्ष 2020 में भारती सड़कों पर दौडऩे वाली 25 फीसदी से अधिक ई-कार इलेक्ट्रा ईवी के पावरट्रेन से लैस थी।
कंपनी बैटरी स्थानीयकरण एवं असेंबली, सिस्टम लेवल सिमुलेशन और एंड ऑफ लाइन टेस्टिंग के क्षेत्र में उल्लेखनीय निवेश करने की संभावनाएं तलाश रही है। इसके लिए कंपनी डेट और इक्विटी दोनों तरीके से निवेश करेगी।
भारत एवं अन्य बाजारों में ई-मोबिलिटी की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में अपने सस्ते पावरट्रेन समाधानों के लिए इलेक्ट्रा की नजर वैश्विक बाजारों पर है। उसे मौजूदा और नए दोनों वाहन विनिर्माताओं में उल्लेखनीय तेजी दिख रही है जिससे भारतीय बेड़ा ऑपरेटर एवं व्यक्तिगत दोनों श्रेणियों के लिए सस्ते समाधानों के उपयोग के मामले बढ़ रहे हैं।