इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की कारोबारी हैसियत (एंटरप्राइज वैल्यू) एकल आधार पर 2023 में 15.4 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गई है। पिछले साल की तुलना में यह 80 प्रतिशत की भारी भरकम बढ़ोतरी है।
न्यूयॉर्क स्थित वैश्विक निवेश बैंक हॉलीहन लॉकी इंक ने अपनी रिपोर्ट में यह कहा है। आईपीएल का मूल्यांकन फॉर्मूला वन के मूल्यांकन (17.1 अरब डॉलर) के करीब है।
कारोबारी हैसियत की गणना आय निर्धारण की एक विधि के जरिये की गई है। इस विधि को डिस्काउंटेड कैश फ्लो भी कहा जाता है। डिस्काउंटेड कैश फ्लो आईपीएल कारोबार से भविष्य में आने वाली सभी नकद रकम का मौजूदा मूल्य है।
आईपीएल की एंटरप्राइज वैल्यू शर्तिया तौर पर इसे बेहद खास बना रही है। सी बी इनसाइट्स की जून 2023 की रिपोर्ट के अनुसार जो भारतीय स्टार्टअप इकाइयां अब तक आईपीओ लेकर नहीं आई हैं उनकी तुलना आईपीएल की हैसियत अधिक हो गई है।
सी बी इनसाइट्स ने बैजूस का मूल्यांकन घटाकर 11.5 अरब डॉलर (पूर्व में 22 अरब डॉलर) कर दिया है। इसी तरह, ओयो (9 अरब डॉलर), स्विगी और ड्रीम11 (8 अरब डॉलर) की हैसियत भी घटा दी गई है।
मीडिया अधिकारों के आवंटन से आईपीएल को मोटी कमाई
15 वर्ष पहले शुरू हुआ आईपीएल वैश्विक स्तर पर स्टार्टअप इकाइयों के मूल्यांकन की फेहरिस्त में 16वें स्थान पर है। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से यह शीर्ष सूचीबद्ध कंपनियों में 43वें स्थान पर है। सोमवार तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार इसने बाजार पूंजीकरण के लिहाज से ब्रिटानिया को भी पीछे छोड़ दिया है।
हॉलीहन लॉकी का कहना है कि 2023-28 के लिए मीडिया अधिकारों के आवंटन से आईपीएल को मोटी कमाई हुई है जो इसकी हैसियत में भारी बढ़ोतरी का एक प्रमुख कारण है। आईपीएल के लिए मीडिया अधिकार जियो सिनेमा और डिज्नी-स्टार ने पिछले पांच वर्षों के लिए हुए सौदे की तुलना में तीन गुना रकम पर खरीदी हैं। इस निवेश बैंकिंग इकाई का कहना है कि ओटीटी की बढ़ती लोकप्रियता और दुनिया में आईपीएल की पहुंच बढ़ने से आईपीएल का मूल्यांकन और बढ़ सकता है।
हॉलीहन लॉकी में वरिष्ठ उपाध्यक्ष हर्ष तलिकोटी कहते हैं, ‘आईपीएल का मूल्यांकन बढ़ना भारतीय अर्थव्यवस्था में आई मजबूती को दर्शाता है। मूल्यांकन की गणना करते समय हमने भविष्य में नैशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) और इंगलिश प्रीमियर लीग के संभावित राजस्व से भी आईपीएल के संभावित आंकड़ों की तुलना की है।‘
नैशनल फुटबॉल लीग के बाद IPL दूसरी महंगी खेल प्रतियोगिता
कंपनियां भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को आईपीएल के प्रत्येक मैच के लिए मोटा प्रसारण शुल्क देती हैं। इसके बूते आईपीएल एनएफएल के बाद दूसरी महंगी खेल प्रतियोगिता बन गई है। नैशनल फुटबॉल लीग के प्रत्येक मैच के लिए प्रसारण शुल्क 3.51 करोड़ डॉलर है, जबकि आईपीएल के मामले में यह रकम 1.44 करोड़ डॉलर है।
इसके बाद इस सूची में अमेरिका की मेजर बेसबॉल लीग (1.08 करोड़ डॉलर), इंगलिश प्रीमियर लीग (92 लाख डॉलर), बीसीसीआई का इंडिया इंटरनेशनल गेम्स (73 लाख डॉलर), जर्मनी का फुटबॉल संघ बंडेसलिगा (38 लाख डॉलर) और अमेरिका का नैशनल बास्केट बॉल एसोसिएशन (21 लाख डॉलर) आदि प्रतियोगिता का नाम आता है।
राजस्थान रॉयल्स के मूल्यांकन में 103 प्रतिशत की शानदार उछाल
हॉलीहन लॉकी ने आईपीएल के ब्रांड मूल्यांकन का भी जिक्र किया है और इसे पिछले साल के 1.8 अरब डॉलर की तुलना में 3.2 अरब डॉलर रहने का अनुमान जताया है। अच्छी बात यह है कि आईपीएल की सभी टीमों का मूल्यांकन भी बढ़ गया है। गुजरात और लखनऊ की टीमों का मूल्यांकन पहली बार हुआ है।
राजस्थान रॉयल्स के मूल्यांकन में 103 प्रतिशत की शानदार उछाल आई है। रॉयल चैलेंजर्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के मूल्यांकन में क्रमशः 52 प्रतिशत, 48 प्रतिशत, 45 प्रतिशत और 34 प्रतिशत की तेजी आई है।