ओला इलेक्ट्रिक बेंगलूरु में अपने बैटरी अनुसंधान एवं विकास केंद्र बैटरी इनोवेशन सेंटर (बीआईसी) में 50 करोड़ डॉलर यानी करीब 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। भवीश अग्रवाल के नेतृत्व वानी कंपनी ने आज यह खुलासा किया।
कंपनी ने एक बयान में कहा है कि बीआईसी दुनिया का सबसे बड़ा और आधुनिक बैटरी अनुसंधान एवं विकास केंद्र होगा जिसमें सेल अनुसंधान एवं विकास के सभी पहलुओं से संबंधित 165 से अधिक आधुनिक लैब उपकरण होंगे। इसमें बताया गया कि केंद्र में बैटरी पैक डिजाइन, फैब्रिकेशन और जांच की सभी क्षमताएं एक ही जगह उपलब्ध हो सकेगी। हालांकि कंपनी ने निवेश की समयावधि के बारे में कोई जानकारी नहीं दी लेकिन सूत्रों के अनुसार यह निवेश 3 से 5 साल में किया जाएगा।
सॉफ्टबैंक के निवेश वाली कंपनी ओला भारत में अब सीधे तौर पर एथर एनर्जी, हीरो इलेक्ट्रिक, बजाज, टीवीएस मोटर कंपनी, बाउंस और बूम मोटर्स जैसे इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करती है। कंपनी इलेक्ट्रिक कार, मोटरसाइकिल, एसयूवी और रोबोटैक्सिस को लॉन्च करने की भी योजना बना रही है। ओला इलेक्ट्रिक के संस्थापक एवं सीईओ भवीश अग्रवाल ने कहा, ‘इलेक्ट्रिक मोबिलिटी उच्च विकास वाला क्षेत्र है जहां काफी आरऐंडडी की जरूरत है।’
इस साल के आरंभ में ओला इलेक्ट्रिक ने टेकने प्राइवेट वेंचर्स, अलपाइन अपरचुनिटी फंड, एडलवाइस आदि से करीब 20 करोड़ डॉलर जुटाए थे। इस वित्त पोषण दौर के बाद कंपनी का मूल्यांकन बढ़कर 5 अरब डॉलर हो गया था। पहले उसका मूल्यांकन 3 अरब डॉलर था। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने अब तक वाहन में आग लगने की महज एक घटना दर्ज की है। उसने कहा कि सरकार की शुरुआती जांच से बैटरी और बैटरी प्रबंधन प्रणालियों में खामियों पता चला है।