भारतीय फुटबॉल के दिग्गज Sunil Chhetri ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल को अलविदा कहने का फैसला किया है। 6 जून को कोलकाता में कुवैत के खिलाफ फीफा विश्व कप क्वालीफाइंग मैच उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच होगा। यह उनके शानदार 19 साल के करियर का अंत होगा।
भारतीय टीम के सबसे लंबे समय तक कप्तान रहे सुनील ने अपने संन्यास की घोषणा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो के जरिए दी। भारत फीफा विश्व कप क्वालीफाइंग में ग्रुप ए में कतर के बाद दूसरे स्थान पर है।
19 साल के करियर को सुनील छेत्री ने कहा अलविदा
39 वर्षीय सुनील छेत्री ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेने की घोषणा करते हुए कहा कि पिछले 19 सालों में उन्होंने जो अनुभव किया है, वह “ड्यूटी, प्रेशर और अपार खुशी का एक बेहतरीन मिश्रण” रहा है।
उन्होंने भावुकता से कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं देश के लिए खेले गए मैचों को लेकर सोचूंगा कि मैंने क्या अच्छा और क्या बुरा किया। लेकिन पिछले डेढ़-दो महीनों में, ऐसा सोचकर मुझे अजीब लगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि मैं यह फैसला ले रहा था कि अगला मैच मेरा आखिरी होगा।”
छेत्री ने कहा, “मैं राष्ट्रीय टीम के साथ हर ट्रेनिंग का आनंद लेना चाहता हूं। कुवैत के खिलाफ मैच में दबाव होगा क्योंकि हमें अगले दौर में पहुंचने के लिए तीन अंक चाहिए। यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया, “एक अजीब तरीके से, अब मुझे दबाव महसूस नहीं होता क्योंकि राष्ट्रीय टीम के साथ ये 15-20 दिन और कुवैत के खिलाफ मैच मेरा आखिरी मैच होगा।”
सुनील छेत्री: 150 मैच, 94 गोल, और एक अविस्मरणीय विरासत
सुनील छेत्री ने मार्च में भारत के लिए अपना 150वां मैच खेला था, जो उनके शानदार करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव था। इस खास मौके पर उन्होंने गुवाहाटी में अफगानिस्तान के खिलाफ गोल भी किया था, हालांकि भारत वह मैच 1-2 से हार गया था।
2005 में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में डेब्यू करने वाले छेत्री ने भारत के लिए 94 गोल किए हैं। यह उन्हें भारत का सर्वकालिक टॉप स्कोरर और मोस्ट कैप्ड खिलाड़ी बनाता है। वे एक्टिव खिलाड़ियों की गोल स्कोरर लिस्ट में क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेस्सी के बाद तीसरे स्थान पर हैं।