अग्रणी वाहन विनिर्माता कंपनियों मारुति सुजूकी, हुंडई, टोयोटा और होंडा की थोक बिक्री में फरवरी में गिरावट दर्ज की गई। सेमीकंडक्टर की किल्लत बनी रहने से वाहनों की बिक्री पर असर देखा गया है। हालांकि टाटा मोटर्स, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, स्कोडा और एमजी मोटर ने एक साल पहले की तुलना में फरवरी 2022 में वाहनों की थोक बिक्री में वृद्धि दर्ज की।
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपरी मारुति ने फरवरी के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि उसकी घरेलू बिक्री 8.46 फीसदी घटकर 1,40,035 वाहन रह गई जो फरवरी 2021 में 1,52,983 वाहन रही थी। कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की किल्लत ने मुख्य तौर पर घरेलू बाजार में बिकने वाले वाहनों के उत्पादन पर हल्का असर डाला। हालांकि कंपनी ने इस असर को कम करने के लिए हरसंभ कदम उठाए हैं।’
इसी तरह देश की दूसरी बड़ी कार कंपनी हुंडई मोटर इंडिया ने फरवरी में 44,050 वाहनों की थोक बिक्री के साथ 14.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की। कंपनी ने कहा कि सेमीकंडक्टर चिप की किल्लत से निपटने के लिए वह सभी वैकल्पिक तरीके अपना रही है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कहा कि उसकी घरेलू बिक्री फरवरी में 38 फीसदी घटकर 8,745 वाहन रह गई।
इसी तरह होंडा कार्स की घरेलू बिक्री फरवरी 2022 में 23 फीसदी की गिरावट के साथ 7,187 वाहन रह गई। होंडा कार्स इंडिया के निदेशक (विपणन एवं बिक्री) युइची मुराता ने कहा, ‘हमें भविष्य में हालात सुधरने की उम्मीद है ताकि हम बाजार की मांग को अधिक असरदार ढंग से पूरा कर सकें।’
गिरावट के रुझान के विपरीत टाटा मोटर्स ने यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री में 47 फीसदी की जबरदस्त वृद्धि दर्ज करते हुए 39,981 वाहनों की बिक्री की। एक साल पहले इसी महीने में कंपनी ने 27,225 वाहनों की बिक्री की थी।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने घरेलू बाजार में पिछले महीने 80 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि के साथ 27,663 वाहनों की बिक्री की। कंपनी ने फरवरी 2021 में 15,391 वाहनों की बिक्री की थी।
स्कोडा ऑटो इंडिया के लिए भी फरवरी का महीना थोक बिक्री के लिहाज से अच्छा साबित हुआ। मझोले आकार की एसयूवी कुशाक की सफलता के दम पर कंपनी ने पिछले महीने 4,503 वाहनों की बिक्री के साथ पांच गुना वृद्धि दर्ज की।
एमजी मोटर इंडिया ने कहा कि फरवरी में उसकी खुदरा बिक्री 5 फीसदी बढ़कर 4,528 वाहन हो गई।
निसान इंडिया ने भी घरेलू बाजार में पिछले महीने 2,456 वाहनों की बिक्री की।