विश्व के सबसे अमीर शख्स और टेस्ला के CEO एलन मस्क की हाल ही में वह इच्छा पूरी हो गई है, जिसके लिए वह वर्षों से मेहनत और इंतजार कर रहे थे। अमेरिका के प्रमुख ऑटोमोबाइल निर्माता मानते हैं कि टेस्ला (Tesla) अब ऑटोमोबाइल इंड्रस्टी के केंद्र में है और जल्द ही इंड्रस्टी को लीड करेगी। इसके साथ ही एलन मस्क ने जापानी कार निर्माता टोयोटा (Toyota) को अमेरिकन चार्जिंग स्टैंडर्ड (NACS) में शामिल होने का ऑफर दिया है। हालांकि अभी टोयोटा की तरफ से इस ऑफर को कोई जवाब नहीं दिया गया है।
फोर्ड (F) की फ्री रिपोर्ट और जनरल मोटर्स (GM) की फ्री रिपोर्ट, डेट्रॉइट के बिग थ्री के दो मुख्य सदस्यों का मानना है कि टेस्ला के असाधारण मार्केट कैपिटल के बावजूद ऑटोमोबाइल इंड्रस्टी में वे अपने नेतृत्व को बनाए रख सकते हैं। दोनों दिग्गज कार निर्माताओं ने 20 साल के बाद आखिरकार स्वीकार किया है कि जब ऑटोमोबाइल इंड्रस्टी की बात आती है तो टेस्ला अब बेंचमार्क है।
यह मान्यता दो अभूतपूर्व समझौतों के रूप में सामने आई। दोनों दिग्गज कार निर्माता के ग्राहक टेस्ला सुपरचार्जर नेटवर्क का उपयोग करके अपने इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की बैटरी को रिचार्ज करने में सक्षम होंगे। इस समझौतों की शुरुआत 2024 से होगी। टेस्ला सुपरचार्जर नेटवर्क के पूरे अमेरिका में लगभग 17,000 स्टेशन हैं, जो अमेरिका में चार्जिंग स्टेशनों का सबसे बड़ा नेटवर्क बनाता है। हालांकि GM और Ford ग्राहकों के पास केवल 12,000 सुपरचार्जर्स तक ही पहुंच होगी।
टेस्ला की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘सुपरचार्जर से ईवी को केवल 15 मिनट चार्ज करने से वह 200 मील की दूरी तक का सफर तय कर सकती है। चूंकि 80 फीसदी से ऊपर चार्ज करने की आवश्यकता शायद ही कभी होती है, स्टॉप आमतौर पर छोटा और सुविधाजनक होता है।’
इसे ध्यान में रखते हुए, Ford और GM टेस्ला के चार्जिंग कनेक्टर को अपनाने पर सहमत हुए हैं जो इलेक्ट्रिक वाहन को चार्जिंग स्टेशन से जोड़ता है। दो मिशिगन दिग्गजों के मालिकों को केवल एक एडॉप्टर खरीदना होगा जिसकी कीमत लगभग 100 डॉलर होगी।
यह टेस्ला के लिए एक बड़ी जीत है, क्योंकि इस समझौते से न केवल मस्क को राजस्व का एक नया स्रोत मिल रहा है, बल्कि कंपनी EV चार्जिंग प्लग में एक स्टैंडर्ड बनने के लिए भी तैयार है। वर्तमान में, उत्तरी अमेरिका में दो चार्जिंग स्टैंडर्ड हैं। टेस्ला का नॉर्थ अमेरिकन चार्जिंग स्टैंडर्ड या NACS और कंबाइंड चार्जिंग सिस्टम या CSS है। CSS धीमी चार्जिंग कनेक्टर का उपयोग करता है, अन्य सभी कार निर्माताओं द्वारा CSS का उपयोग किया जाता है।
Ford और GM के अलावा, कोई अन्य कार निर्माता टेस्ला के अमेरिकन चार्जिंग स्टैंडर्ड (NACS) में शामिल नहीं हुआ है। ऑटोमोबाइल इंड्रस्टी में एक अहम खिलाड़ी बनने के बाद अरबपति एलन मस्क ने पहल करते हुए टोयोटा को टेस्ला के अमेरिकन चार्जिंग स्टैंडर्ड (NACS) में शामिल होने का ऑफर दिया है। मस्क ने यह ऑफर ट्विटर पर दिया, जब एक यूजर्स ने एक समाचार लेख का उल्लेख किया जिसमें दिखाया गया था कि टोयोटा की नई पूरी तरह से इलेक्ट्रिक एसयूवी में यात्रा करना किसी बुरे सपने से कम नहीं है।
खुद को टेस्ला का एक निवेशक और प्रशंसक बताने वाले सॉयर मेरिट ने 14 जून को बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट शेयर कर ट्विटर पर लिखा कि बिजनेस इनसाइडर ने नई टोयोटा bZ4X EV को न्यूयॉर्क से वाशिंगटन डीसी और फिर वाशिंगटन डीसी से न्यूयॉर्क तक चलाया। 9 घंटे की ड्राइव में 3 घंटे ईवी की चार्ज करना पड़ा। 37 फीसदी पर भी, bZ4X ने 35 kW से अधिक की चार्जिंग गति को नहीं खींच पाया। सॉयर मेरिट ने लेख के लिंक के साथ कहा कि टेस्ला का मॉडल वाई को इस पूरी यात्रा के लिए कुल 30 मिनट ही चार्ज करने की आवश्यकता होगी।
मस्क ने मौका ताड़ते हुए टोयोटा को अमेरिकन चार्जिंग स्टैंडर्ड (NACS) में शामिल होने का ऑफर दे दिया।
टोयोटा ने इस रिपोर्ट पर टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया। मस्क की पेशकश ऐसे समय में आई है, जब जापानी कार निर्माता ने बैटरी के साथ इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास में तेजी लाने की घोषणा की है जिसकी सीमा 600 मील (1,000 किमी) होगी। टेस्ला वर्तमान में जो पेशकश कर रहा है, यह उससे कहीं अधिक है।
यदि जापानी समूह मस्क के ऑफर पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देने का निर्णय लेता है, तो इससे किआ (KIMTF), हुंडई (Hyundai) और स्टेलेंटिस (STLA) जैसे अन्य कार निर्माता भी अमेरिकन चार्जिंग स्टैंडर्ड (NACS) में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित होंगे।