Google ने अपने पिक्सल 8 स्मार्टफोन की असेंबलिंग भारत में शुरू कर दी है। यह फोन तमिलनाडु में फॉक्सकॉन ग्रुप की सहायक कंपनी, भारत FIH द्वारा तैयार किया जा रहा है।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार, गूगल ने अगले तीन वर्षों में अपने अधिकतर नए मोबाइल फोन भारत में ही बनाने का लक्ष्य रखा है। पहले ये फोन वियतनाम और चीन में बनाए जाते थे, लेकिन अब गूगल ने अपने उत्पादन का बड़ा हिस्सा भारत में शिफ्ट करने का फैसला किया है।
गूगल ने 2016 में चीन में पिक्सल फोन का निर्माण शुरू किया था, लेकिन अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण 2019 में कुछ उत्पादन वियतनाम में ट्रांसफर कर दिया गया था। गूगल ने हाल ही में अपने नए पिक्सल 9 स्मार्टफोन को लॉन्च किया है।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में सीमित संख्या में फोन बनाए जाएंगे, लेकिन आने वाले तीन सालों में ज्यादातर नए स्मार्टफोन का निर्माण भारत में ही किया जाएगा। इन फोन की बिक्री भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी की जाएगी। यह रणनीति ऐप्पल की तरह है, जिसने भी अपने आईफोन का बड़ा हिस्सा भारत में बनाना शुरू कर दिया है।
भारत एफआईएच सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना का लाभ उठाने की पात्रता रखता है, लेकिन कंपनी सरकार द्वारा तय शर्तों को पूरा नहीं कर पाने के कारण इस योजना का पूरा फायदा नहीं उठा पा रही है।
इसके साथ ही, फॉक्सकॉन ने भारत में अपने कारखाने का आकार दोगुना करने का फैसला किया है। कंपनी ने सरकार को यह भी वादा किया है कि वह अपने कारखाने में 50,000 की जगह 1 लाख नई नौकरियां पैदा करेगी।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि फॉक्सकॉन की यह योजना भारत में रोजगार के अवसरों में बड़े पैमाने पर वृद्धि करेगी।
गूगल ने अक्टूबर 2023 में घोषणा की थी कि वह भारत में पिक्सल फोन बनाएगी, जिसके बाद उसने भारत एफआईएच और डिक्सन टेक्नोलॉजीज जैसी कंपनियों के साथ करार किया है। हालांकि, मोबाइल फोन बाजार में गूगल का हिस्सा बहुत कम है। 2024 की शुरुआत में, गूगल का वैश्विक बाजार में सिर्फ 0.25% हिस्सा था, जबकि ऐप्पल का 17% था। भारत में भी गूगल का हिस्सा बेहद कम है, लेकिन इस नई योजना से इसमें तेजी से वृद्धि होने की उम्मीद है।
काउंटरपॉइंट नामक एक कंपनी का कहना है कि भारत में फोन निर्माण शुरू करने के बाद गूगल की बिक्री में तेजी आ सकती है, और वह साल में 6 से 7 लाख फोन बेचने में सफल हो सकती है।