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YouTube में फ्री में वीडियो देखते हैं, तो जान लें ये बात, कंपनी ने लिया बड़ा एक्शन

भारत में, YouTube का प्रीमियम 129 रुपये प्रति माह से शुरू होता है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- January 15, 2024 | 9:32 PM IST

YouTube अब ऐड ब्लॉकर का उपयोग करने वाले लोगों के लिए जानबूझकर अपनी साइट को धीमा कर रहा है। पिछले साल शुरू की गई यह रणनीति अब ज्यादा यूजर्स को प्रभावित कर रही है, जिससे लोडिंग में ज्यादा समय लग रहा है। ऐसे में अगर आप YouTube वीडियो को बिना किसी समस्या के देखना चाहते हैं, तो अपने ऐड ब्लॉकर बंद करें या YouTube के प्रीमियम प्लान के लिए पेमेंट करें।

YouTube रेवेन्यू के लिए विज्ञापनों पर निर्भर है, इसलिए उन्हें ब्लॉक करने से उनकी आय पर असर पड़ता है। इसका मुकाबला करने के लिए, वे ऐड के बिना वीडियो दिखाने के लिए प्रीमियम सेवा ऑफर करते हैं, लेकिन कई यूजर्स अभी भी ऐड ब्लॉकर इस्तेमाल कर रहे हैं। YouTube वॉर्निंग डिस्प्ले करके और जानबूझकर ऐड-ब्लॉक यूजर्स के लिए साइट को धीमा करके इसे हतोत्साहित करने का प्रयास करता है।

YouTube एक पॉप-अप संदेश दिखाकर ऐड ब्लॉकर को हतोत्साहित करने का प्रयास करता है, जिसमें कहा गया है, ” ऐड ब्लॉकर YouTube की सेवा की शर्तों का उल्लंघन करते हैं।” यूजर्स को वीडियो देखने से पहले अपने ऐड ब्लॉकर बंद करने के लिए कहा जाता है। हालांकि, इस वॉर्निंग के बावजूद कई यूजर्स ऐड ब्लॉकर का इस्तेमाल जारी किए हुए हैं।

YouTube की एक और रणनीति है: जब उसे किसी ऐड ब्लॉकर का पता चलता है, तो वह जानबूझकर साइट को धीमा कर देता है। Reddit यूजर्स ने इस बाबत शिकायत भी की लेकिन बाद में उन्हें समझा आया कि दरअसर वेबसाइट ऐड ब्लॉकर इस्तेमाल करने की वजह से स्लो हो रही है, जैसे हि आप इसे हटा देते हैं, तो साइट की रफ्तार पहले जैसी तेज हो जाती है।

ऐड ब्लॉकर वाले लोगों के लिए YouTube जानबूझकर धीमा हो जाता है, जिससे वीडियो बफ़र होने लगते हैं, प्रिव्यू दिखाई नहीं देते हैं, और फ़ुलस्क्रीन मोड ठीक से काम नहीं करता है।

भारत में, YouTube का प्रीमियम 129 रुपये प्रति माह से शुरू होता है। प्रीमियम लेने के बाद आप बिना किसी ऐड के वीडियो देख पाएंगे और साइट स्लो भी नहीं होगी। हालांकि, ऐड ब्लॉकर के विरुद्ध YouTube के तरीकों ने असहमति पैदा कर दी है, जिससे यूजर्स को लंबे समय तक न छोड़े जा सकने वाले ऐड को देखने या प्रीमियम मेंबरशिप प्राप्त करने के बीच चयन करना पड़ता है। कई यूजर्स इन सीमित विकल्पों से नाखुश हैं।

First Published : January 15, 2024 | 9:32 PM IST