सरकार द्वारा भारत के प्रमुख प्रौद्योगिकी कार्यक्रम के रूप में पेश किए जाने वाले इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2024 का आयोजन 15 अक्टूबर को होगा। संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि इसके साथ साथ दिल्ली में दो वैश्विक दूरसंचार बैठकें भी होंगी।
वैष्णव ने कहा कि 14 अक्टूबर को ग्लोबल स्टैंडर्ड्स सिम्पोजियम (जीएसएस 2024) के बाद, भारत 15 से 24 अक्टूबर 2024 तक वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन स्टैंडर्डाइजेशन एसेंबली (डब्ल्यूटीएसए 2024) की मेजबानी करेगा। सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी इंटरनैशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (आईटीयू) हरेक चार साल में डब्ल्यूटीएसए का आयोजन करती है।
सरकार का मानना है कि 6जी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, सैटेलाइट कम्युनिकेशन, क्वांटम कम्प्यूटिंग और एआई जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में वैश्विक एजेंडे तैयार करने के लिए इन बैठकों में भारत की भागीदारी जरूरी है।
193 सदस्य देशों से 2000 से ज्यादा टेक्नोलॉजी डेवलपरों, उद्योग दिग्गजों, शिक्षाविदों, नीति निर्माताओं और 900 से ज्यादा आईटीयू सहायक/क्षेत्र सदस्यों के इन बैठकों के लिए भारत आने का अनुमान है। वैष्णव ने स्पेक्ट्रम रेग्युलेटरी सैंडबॉक्स और वायरलेस टेस्ट जोंस के लिए नए दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं।