मेटा फाउंडर मार्क जकरबर्ग और ट्विटर के CEO ईलॉन मस्क (Elon Musk) के बीच इन दिनों टक्कर काफी तेज चल रही है, लेकिन डेली रेट लिमिट लिमिट के मामले में जकरबर्ग की कंपनी ने मस्क का ही रास्ता चुना। जब मेटा का Threads लॉन्च होने वाला था उसी के कुछ ही दिन पहले Twitter ने यूजर्स के लिए डेली लिमिट लगाने का ऐलान कर दिया यानी यूजर्स एक लिमिट तक ही पोस्ट पढ़ सकते हैं। और अब Instagram के CEO एडम मोसेरी ने भी थ्रेड पोस्ट के जरिये ऐलान कर दिया कि उनकी कंपनी ने थ्रेड पर स्पैम अटैक से बचने के लिए डेली लिमिट लगा दी है।
मोसेरी ने यह भी संभावना जाहिर की कि कंपनी के इस कदम से ऐप पर ऐक्टिव यूजर्स की संख्या कम हो जाएगी। उन्होंने एक पोस्ट में कहा कि स्पैम हमलों में तेजी आई है इसलिए हमें रेट लिमिट जैसी चीजों पर सख्त होना होगा।
मोसेरी की इस पोस्ट के बाद मस्क भी पीछे नहीं छूटे। उन्होंने ट्वीट पर हंसते हुए रिएक्ट किया और लिखा ‘कॉपी कैट’। इतने पर भी वे नहीं रुके। कुछ देर बाद फिर से ट्वीट किया और लिखा ‘RIP RIP Threads’। यह पहली बार नहीं है जब जकरबर्ग की कंपनी ट्विटर की तर्ज पर चली हो। इसके पहले मेटा ने वेरिफाइड प्रोग्राम को ट्विटर की तर्ज पर ही शुरू किया था और अब फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी ब्लू टिक सब्सक्रिप्शन शुरू हो चुका है।
हालांकि थ्रेड्स पर अभी तक ऐसी कोई लिमिट नहीं लगी है लेकिन जल्द ही यह लगाई जा सकती है क्योंकि एडम मोसेरी ने थ्रेड्स पर पोस्ट कर कहा कि बढ़ते स्पैम अटैक के कारण वे प्लेटफॉर्म पर रेट लिमिट लगा रहे हैं।
क्या है Twitter rate limits?
डेटा स्क्रैपिंग और स्पैमिंग को रोकने के लिए सबसे पहले तो जब Twitter की नई रेट लिमिट पॉलिसी आई तो बिना लॉग इन किए ट्वीट्स देखना मुश्किल हो गया था। उसमें भी यह शर्त थी कि जिन यूजर्स का वेरिफाइड अकाउंट है वे 6,000 पोस्ट रोजाना पढ़ सकते हैं वहीं जो यूजर्स वेरिफाइड नहीं हैं उनके लिए रोजाना 600 पोस्ट की लिमिट थी। लेकिन बाद में मस्क ने इसमें थोड़ा नरमी बरती और वेरिफाइड अकाउंट के लिए रेट लिमिट बढ़ाकर 10,000 कर दिया और वे लोग, जो ज्यादा दिन से ट्विटर यूज कर रहे हैं मगर पुराने यूजर हैं तो उनके लिए यह 1000 कर दिया गया वहीं, नए अनवेरिफाइड यूजर्स के लिए रेट लिमिट 500 रखी गई।