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देश से 2023-24 के पहले 7 महीनों में iPhone का निर्यात 177 फीसदी बढ़ा

ऐपल ने मोबाइल फोन के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तीसरे साल देश में अपना विनिर्माण बढ़ाया है।

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सुरजीत दास गुप्ता   
Last Updated- November 22, 2023 | 11:09 PM IST
चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीनों (अप्रैल से अक्टूबर) में ऐपल इंक (Apple Inc.) ने भारत से 5 अरब डॉलर से ज्यादा कीमत के आईफोन का निर्यात किया है।
देश से आईफोन का निर्यात पिछले साल अप्रैल-अक्टूबर की तुलना में 177 फीसदी बढ़ गया है।
उद्योग और सरकार के आंकड़ों के अनुसार ऐपल ने अप्रैल-अक्टूबर 2022 में ठेके पर आईफोन बनाने वाली तीन कंपनियों के जरिये देश से 1.8 अरब डॉलर मूल्य के हैंडसेट निर्यात किए थे।
आईफोन के निर्यात में भारी उछाल देखते हुए उद्योग का अनुमान है कि इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक करीब 8 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात हुआ होगा यानी हर महीने औसतन 1 अरब डॉलर से अधिक मूल्य के स्मार्टफोन निर्यात किए जा रहे हैं। पिछले साल की समान अवधि में केवल 4.97 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात हुआ था यानी इस बार निर्यात करीब 61 फीसदी बढ़ा है।
ऐपल ने मोबाइल फोन के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तीसरे साल देश में अपना विनिर्माण बढ़ाया है। इसलिए देश से निर्यात होने वाले कुल स्मार्टफोन में आईफोन की हिस्सेदारी काफी बढ़ गई है।
वित्त वर्ष 2024 के पहले 7 महीनों में देश से निर्यात किए गए कुल स्मार्टफोन में आईफोन की हिस्सेदारी करीब 62 फीसदी रही। बाकी हिस्सेदारी सैमसंग तथा अन्य स्थानीय ब्रांडों के स्मार्टफोन की रही। वित्त वर्ष 2023 में देश से कुल 11.1 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात हुआ था, जिनमें आईफोन की हिस्सेदारी 45 फीसदी थी।
वित्त वर्ष 2022 में कुल 5.8 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात हुआ, जिनमें 22 फीसदी हिस्सा आईफोन का था। इस बारे में पूछे गए सवाल पर ऐपल इंक के प्रवक्ता ने कोई जवाब नहीं दिया।
ऐपल ने मोबाइल उपकरणों के लिए 38,645 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना की घोषणा के बाद देश में स्मार्टफोन बनाने पर जोर दिया। उसके बाद ही उसने बड़े पैमाने से आईफोन का निर्यात भी शुरू कर दिया।
ताइवान की कंपनियां फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन (इसे हाल ही में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने खरीद लिया है) भारत में ठेके पर आईफोन बनाती हैं। देश में आईफोन 11, 12, 13, 14 और नवीनतम आईफोन 15 बनाए जाते हैं।
ऐपल के आईफोन आपूर्तिकर्ताओं के नेटवर्क में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स पहली भारतीय कंपनी है। इस महीने की शुरुआत में टाटा ने 12.5 करोड़ डॉलर में विस्ट्रॉन की असेंबली लाइन में 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की योजना सार्वजनिक की।
2022-23 में पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन द्वारा बनाए गए ज्यादातर आईफोन का देश से निर्यात किया गया था। फॉक्सकॉन भारत तथा वैश्विक बाजारों के लिए देश में आईफोन बनाती है।
पिछले साल देश से स्मार्टफोन का निर्यात 2021-22 की तुलना में दोगुना रहा था। चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीनों में स्मार्टफोन का निर्यात पिछले वित्त वर्ष के 11.1 अरब डॉलर के 72 फीसदी तक पहुंच चुका है। पिछले साल ऐपल ने 5 अरब डॉलर के आईफोन का निर्यात किया था जबकि इस साल पहले 7 महीनों में ही कंपनी इस आंकड़े तक पहुंच चुकी है।
अगर ऐपल पीएलआई योजना के तहत अपना वादा पूरा करती है तो वित्त वर्ष 2027 तक उसे 20 फीसदी आईफोन भारत में ही बनाने होंगे। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने 7 फीसदी आईफोन भारत में बनाए थे। इनमें से करीब 60 से 70 फीसदी का निर्यात कर दिया जाता है।
First Published : November 22, 2023 | 10:53 PM IST