फूड एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato Q2 Results) ने शुक्रवार को लगातार दूसरी तिमाही में मुनाफा कमाया है। मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का समेकित लाभ 36 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही से दो करोड़ रुपये अधिक है। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी को 251 करोड़ रुपये नुकसान हुआ था।
परिचालन से जोमैटो के राजस्व में सालाना आधार पर 71 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में कंपनी का राजस्व 2,848 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में 1,661 करोड़ रुपये था। पिछली तिमाही में कंपनी की आमदनी 2,416 करोड़ रुपये थी।
शेयरधारकों को भेज पत्र में जोमैटो के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी दीपेंदर गोयल ने कहा, ‘सभी व्यवसायों में बेहतर वृद्धि के कारण वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही की गति दूसरी तिमाही में भी बरकरार रही।’
हर डिलिवरी पर शुल्क लेने और लॉयल्टी प्रोग्राम अपनाने से कंपनी की वृद्धि हुई है। शेयरधारकों को कंपनी ने बताया कि तिमाही में ग्रोस आर्डर वैल्यू (जीओवी) वृद्धि का एक प्रमुख कारण उसके गोल्ड कार्यक्रम की बढ़ती स्वीकार्यता थी, जो अब तक (वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही तक) 38 लाख सदस्यों तक पहुंच गई है। फूड डिलिवरी कारोबार के जीओवी में इनका 40 फीसदी योगदान है।
जोमैटो की ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन (एबिटा) से पहले समायोजित आय, जिसमें इसका क्विक कॉमर्स कारोबार ब्लिंकिट भी शामिल है , दूसरी तिमाही में 41 करोड़ रुपये रही। वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में यह 12 करोड़ रुपये थी। तिमाही के अंत में कंपनी की नकदी 11,761 करोड़ रुपये रही, जो पिछली तिमाही में 11,573 करोड़ रुपये थी।
फूड डिलिवरी
कंपनी के फूड डिलिवरी कारोबार के लिए सकल ऑर्डर मूल्य (जीओवी) पिछली तिमाही के मुकाबले दूसरी तिमाही में 9 फीसदी बढ़कर 7,980 करोड़ रुपये हो गया। यह पिछली तिमाही में 7,318 करोड़ रुपये था। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का जीओवी 6,631 करोड़ रुपये था।
फूड डिलिवरी पाने वाले ग्राहकों की संख्या पिछली तिमाही के 1.75 करोड़ से बढ़कर दूसरी तिमाही में 1.84 करोड़ हो गई। कंपनी प्रबंधन को उम्मीद नहीं है कि क्रिकेट विश्व कप और त्योहारी सीजन खत्म होने के बाद तीसरी तिमाही में फूड डिलिवरी की संख्या में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
ब्लिंकइट
कंपनी के क्विक कॉमर्स कारोबार ब्लिंकइट का दूसरी तिमाही में पहली बार पूरी तिमाही के लिए योगदान सकारात्मक रहा। इसका राजस्व पिछली तिमाही के 384 करोड़ रुपये से बढ़कर 505 करोड़ रुपये हो गया जबकि तिमाही के लिए इसका जीओवी 2,760 रुपये रहा जो तिमाही पहले 2,140 करोड़ रुपये था।
ब्लिंकिट का औसत ऑर्डर मूल्य (एओवी) 607 रुपये रहा जबकि पहली तिमाही में यह 582 रुपये था। इसके डार्क स्टोर की संख्या भी पिछली तिमाही के 383 से थोड़ी बढ़कर 411 हो गई। कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2024 में कम से कम 100 नए स्टोर जोड़ने का है, खासकर मौजूदा शहरों में। ब्लिंकिट भारत के 15 शहरों में है।
कंपनी के बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) वर्टिकल हाइपरप्योर का राजस्व भी बढ़कर 745 करोड़ रुपये हो गया, जो एक तिमाही पहले 617 करोड़ रुपये और एक साल पहले 334 करोड़ रुपये था। वर्टिकल का समायोजित एबिटा घाटा पहली तिमाही के 35 करोड़ रुपये से थोड़ा कम होकर दूसरी तिमाही में 34 करोड़ रुपये हो गया।
20.4 फीसदी घटा यूको बैंक का शुद्ध लाभ
मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यूको बैंक का शुद्ध लाभ 20.4 फीसदी घट गया। जुलाई-सितंबर तिमाही में गैर-ब्याज आमदनी में गिरावट और परिचालन खर्च में इजाफा होने से बैंक का शुद्ध लाभ 402 करोड़ रुपये रहा। क्रमिक आधार पर कोलकाता के सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता का मुनाफा पिछली तिमाही के 23 करोड़ रुपये के मुकाबले 79.7 फीसदी बढ़ गया है।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर कंपनी का शेयर 0.9 फीसदी गिरकर 37.5 रुपये पर बंद हुआ। सितंबर के अंत में बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 16.83 फीसदी था जबकि टियर-1 पूंजी 14.19 फीसदी थी।
दूसरी तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 8.3 फीसदी बढ़कर 1,917 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की इसी अवधि में 1,770 करोड़ रुपये थी। क्रमिक आधार पर एनआईआई में 4.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में यह 2,009 करोड़ रुपये थी।
बेयर क्रॉपसाइंस का शुद्ध लाभ 37 फीसदी बढ़ा
बेयर क्रॉपसाइंस लिमिटेड (बीसीएसएल) का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 37 फीसदी उछलकर 222.9 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। फसल सुरक्षा और बीज का कारोबार करने वाली कंपनी ने बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 162.6 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि उसकी कुल आमदनी सितंबर, 2023 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 1,633.3 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,465.7 करोड़ रुपये थी।
कंपनी के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) साइमन वीबुश ने कहा, ‘अनियमित मानसून के साथ-साथ बढ़ी हुई लागत के बावजूद हमने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में परिचालन राजस्व में 11 फीसदी की मजबूत वृद्धि दर्ज की’
एजिस लॉजिस्टिक्स का शुद्ध मुनाफा 36 फीसदी बढ़ा
एजिस लॉजिस्टिक्स लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 35.9 फीसदी बढ़कर 126.98 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में शुद्ध मुनाफा 93.39 करोड़ रुपये रहा था।
एजिस लॉजिस्टिक्स लिमिटेड ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि हालांकि उसकी आय सालाना आधार पर 2,168.51 रुपये से घटकर 1,279.27 करोड़ रुपये हो गई। कुल खर्च भी घटकर 1,087.25 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 2,040.66 करोड़ रुपये था।
पटेल इंजीनियरिंग का लाभ 63 फीसदी बढ़ा
एकीकृत बुनियादी ढांचा एवं निर्माण सेवा कंपनी पटेल इंजीनियरिंग का चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ में 63 फीसदी बढ़कर 32.1 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का पिछले वित्त वर्ष दूसरी तिमाही में शुद्ध मुनाफा 19.7 करोड़ रुपये रहा था।
पटेल इंजीनियरिंग की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, कंपनी की परिचालन आय बढ़कर 1,021.3 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल समान अवधि में 830.3 करोड़ रुपये थी।
टाइटन का शुद्ध लाभ 9.7 फीसदी बढ़ा
आभूषण एवं घड़ी बनाने वाली टाइटन कंपनी का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 9.7 फीसदी बढ़कर 916 करोड़ रुपये रहा। टाटा समूह की कंपनी ने शुक्रवार को शेयर बाजार को बताया कि बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही में उसने 835 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
टाइटन की बिक्री सितंबर तिमाही में 25 फीसदी बढ़कर 10,708 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 8,567 करोड़ रुपये थी। कंपनी का कुल व्यय सितंबर तिमाही में 41.07 फीसदी बढ़कर 11,402 करोड़ रुपये रहा।
टाटा समूह और तमिलनाडु औद्योगिक विकास निगम के संयुक्त उपक्रम टाइटन की कुल आमदनी सितंबर तिमाही में 37.17 फीसदी बढ़कर 12,653 करोड़ रुपये रही।