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कल से खरीद सकेंगे iPhone 15, Apple ने किया कीमतों का खुलासा

15 सितंबर को आएगा आईफोन 15, कंपनी ने किया कीमतों का खुलासा, अपग्रेडेड ऐपल वॉच भी बाजार में पेश

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सुरजीत दास गुप्ता   
Last Updated- September 13, 2023 | 10:41 PM IST

ऐपल इंक (Apple Inc.) ने मंगलवार को देर रात अपने आईफोन 15 श्रेणी के स्मार्टफोन के कीमतों का खुलासा किया। इसके 128 जीबी फोन की कीमत 79,900 रुपये (पिछले साल लॉन्च के दौरान आईफोन 14 की कीमत भी इतनी ही थी) है और 1 टीबी स्टोरेज एवं 6.7 इंच स्क्रीन के साथ टॉप एंड मॉडल प्रो मैक्स की कीमत 1,99,900 रुपये तक जाती है। कंपनी ने तीन अपग्रेडेड ऐपल वॉच भी बाजार में उतारी हैं। इन वॉच की कीमत 29,900 रुपये से 89,900 रुपये के बीच है।

ऐपल के इन नए उत्पादों के लिए बुकिंग 15 सितंबर से शुरू होगी और भारत में यह फोन 22 सितंबर से उपलब्ध होगा। इस फोन में काफी कुछ नया किया गया है। टाइटेनियम से बने आईफोन प्रो फोन का वजन काफी कम हो गया है। इसमें अधिक प्रोसेसिंग पावर के साथ नए ए16 और ए17 बायोमिक चिप का उपयोग किया गया है। इसके अलावा बेहतर रिजॉल्यूशन के साथ नए कैमरे और नए डबल टैप जेस्चर का उपयोग किया गया है जिसके जरिये आप अपने फोन को नियंत्रित कर सकते हैं।

ऐपल ने देश में फोन को लॉन्च करने और उसकी असेंबली के बीच के अंतर को पहली बार पूरी तरह पाट दिया है। आईफोन 15 को भारत में फॉक्सकॉन के कारखाने में कई हफ्तों से असेंबल किया जा रहा है।

सूत्रों ने पुष्टि की है कि देसी ग्राहकों के लिए भारत में बने फोन का अच्छा खासा स्टॉक उपलब्ध है। अगर मांग उम्मीद से अधिक दिखेगी तो चीन से कुछ आयात भी करना पड़ेगा। कंपनी जल्द ही इस संबंध में अंतिम निर्णय ले लेगी।

आईफोन 15 की शुरुआती कीमत अमेरिका या दुबई के ज्यादा

ऐपल ने 2017 में आईफोन 7 के साथ भारत में आईफोन असेंबल करना शुरू किया था। भारतीय बाजार में फोन को लॉन्च करने और उसकी असेंबली के बीच का अंतर आईफोन 12 के साथ घटकर 6 महीने रह गया। उसके बाद आईफोन 13 के साथ 3 महीने और आईफोन 14 के साथ एक महीने से भी कम हो चुका है। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में विनिर्मित होने के बावजूद आईफोन 15 की शुरुआती कीमत अमेरिका या दुबई के मुकाबले अधिक है।

अमेरिका में इसकी कीमत करीब 71,000 रुपये है जिसमें 3 से 8 फीसदी के दायरे में विभिन्न राज्यों का कर भी शामिल है। दुबई में इसकी कीमत 76,724 रुपये है और उस पर कोई कर नहीं लगाया गया है। कीमतों में अंतर की मुख्य वजह 18 फीसदी जीएसटी है जो भारत में असेंबल किए गए फोन पर लगाया गया है। चीन के मुकाबले भारत में उत्पादन लागत अधिक है। हालांकि पीएलआई योजना के तहत सरकार द्वारा दिए गए प्रोत्साहन से उसमें कमी आई है, मगर 4 से 5 फीसदी का अंतर अब भी बरकरार है।

इसके अलावा भारत में डीलर मार्जिन को भी कीमतों में शामिल करना होगा। अधिकतर विश्लेषकों का मानना है कि बुनियादी आईफोन की कीमतों अंतर उतना अधिक नहीं है जिससे तस्करी को बढ़ावा मिल सके।

हालांकि आईफोन और ऐपल वॉच के टॉप मॉडल के मामले में ही ऐसा नहीं है जिनका अब भी आयात किया जाता है। शुल्क के प्रभाव में इन उत्पादों की कीमतों में अंतर काफी अधिक है जो टीएसटी और आयात शुल्क के साथ कुल मिलाकर करीब 45 है। ऐसे में तस्करी काफी आकर्षक और ग्राहक इसे अमेरिका या दुबई से खरीदने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।

उदाहरण के लिए, 6.7 इंच स्क्रीन के साथ टॉप एंड आईफोन प्रो मैक्स की कीमत भारत में 1,59,900 रुपये होगी। जबकि वही फोन अमेरिका से खरीदा जाए तो करीब 50,000 रुपये सस्ता मिलेगा और वैट के साथ उसकी खुदरा कीमत करीब 1,07,000 रुपये होगी। अगर दुबई से खरीदा जाए तो ग्राहक उसे महज 1,15,000 रुपये में हासिल कर सकता है।

आयातित टॉप एंड ऐपल वॉच अल्ट्रा 2 की कीमत अमेरिका में वैट चुकाने के बावजूद 18,300 रुपये कम है। दुबई में भी यह भारत के मुकाबले 17,600 रुपये सस्ती है। भारत में इसकी कीमत करीब 89,900 रुपये है। भारत में जिन उत्पादों पर आयात शुल्क नहीं लगाया गया है उनमें आईमैक, मैकबुक और आईपैड शामिल हैं। दरअसल, ये उत्पाद एक वैश्विक समझौते से जुड़े हैं।

आईसीईए ने जोरदार तरीके से वित्त मंत्रालय के समक्ष यह मामला उठाया है। उसने अनुमान लगाया है कि इन उत्पादों की तस्करी के कारण सरकारी खजाने को करीब 4,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।

बहरहाल, जिन लोगों को लगता है कि कीमतें काफी अधिक हैं, उनके लिए अच्छी खबर यह है कि एमेजॉन डॉट कॉम पर आईफोन 14 की कीमतों में आईफोन 15 के शुरुआती मॉडल के मुकाबले करीब 17 फीसदी की गिरावट आई है। अब वह 65,999 रुपये में उपलब्ध है। लेकिन जहां तक ऐपल आईफोन प्रो की बात है तो गिरावट महज 8 फीसदी की है जो आगे बढ़ सकती है।

ऐपल इंक ने वित्त वर्ष 2023 में अपने वेंडरों के जरिये भारत में 7.5 अरब डॉलर मूल्य का उत्पादन किया जिसमें से करीब 5 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों का निर्यात किया गया। उसके तीन वेंडरों का लक्ष्य न्यूनतम 5.4 अरब डॉलर उत्पादन मूल्य तक पहुंचना है जो सरकार को किए गए वादे के अनुसार वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 9.04 अरब डॉलर हो जाएगा।

First Published : September 13, 2023 | 10:41 PM IST