फिनटेक क्षेत्र की दिग्गज पेटीएम (Paytm) को अप्रैल में लगातार तीसरे महीने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लेनदेन में गिरावट का सामना करना पड़ा है। नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
इस साल अप्रैल में कंपनी ने 1,11.713 करोड़ लेनदेन संपन्न किए जो मार्च में किए गए 1,23.004 करोड़ लेनदेन के मुकाबले मात्रा के लिहाज से नौ प्रतिशत कम रहे। नतीजतन कंपनी ने यूपीआई के भुगतान तंत्र में अपनी बाजार हिस्सेदारी कमी देखी।
अप्रैल के दौरान यूपीआई ऐप्लिकेशन तंत्र में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 8.4 प्रतिशत रही। फरवरी और मार्च में यह हिस्सेदारी क्रमश: 10.8 प्रतिशत और 9.13 प्रतिशत थी।
अलबत्ता नोएडा की कंपनी ने तीसरी सबसे बड़ी भागीदार के रूप में अपना मुकाम कायम रखा क्योंकि अन्य कंपनियां फिनटेक क्षेत्र की इस दिग्गज की तुलना में काफी छोटी हैं। मिसाल के तौर पर यूपीआई लेनदेन की तालिका में खुद को चौथे स्थान पर पाने वाली क्रेड पेटीएम की तुलना में काफी छोटा कंपनी है।
इस साल अप्रैल में क्रेड ने 13.846 करोड़ लेनदेन संपन्न किए, जबकि पेटीएम ने 1,11.713 करोड़ लेनदेन किए। इससे पता चलता है कि क्रेड के लेनदेन की मात्रा पेटीएम की तुलना में कम से कम आठ गुना कम है।
इस बीच शीर्ष दो कंपनियों – फोनपे (PhonePe) और गूगल पे (Google pay) ने अप्रैल में क्रमश: 650 करोड़ और 502.73 करोड़ लेनदेन संपन्न किए। लेनदेन की कुल संख्या में उनकी हिस्सेदारी क्रमशः 48.8 प्रतिशत और 37.8 प्रतिशत आंकी गई थी।
पेटीएम की सहयोगी इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की कार्रवाई के बाद यूपीआई लेनदेन में इन दोनों ही कंपनियों की हिस्सेदारी बढ़ी है।