कॉफी बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, कैलेंडर वर्ष 2008 के पहले छह महीने में भारतीय कॉफी के निर्यात में 3.06 प्रतिशत की वृध्दि दर्ज की गई है और यह 1,32,846 टन रहा जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में निर्यात 1,28,899 टन का था।
30 जून तक 1,32,846 टन कॉफी के निर्यात की अनुमति मिली थी जिसमें अरबिका पार्चमेंट 28,002 टन (पिछले वर्ष 20,238 का निर्यात किया गया था), अरबिका चेरी 5,226 टन (7,402 टन), रोबस्टा पार्चमेंट 11,818 टन (13,351 टन), रोबस्टा चेरी 54,889 टन (54,632 टन) और इंस्टैंट कॉफी 20,277 टन (26,538 टन) शामिल थे।
अस्थाई पुनर्निर्यात 12,634 टन का रहा जो पिछले साल की समान अवधि में 6,738 टन था। कुशननगर स्थित ब्लान कॉफी के मालिक बी एल हरीश ने कहा, ‘बगान क्षेत्रों से कॉफी का निर्यात छह महीने के दौरान सामान्य था। अलाना संस, मधु जयंती, अमाल्गमेटेड बीन कॉफी ट्रेडिंग कंपनी, एसएलएन कॉफी और नेड कॉफी अपने वादे को पूरा करने के लिए एक दूसरे से प्रतिस्पध्र्दा कर रहे थे।’
निर्यात से अगर रुपये के मामले में वसूली की बात करें तो यह छह महीने में 28.58 प्रतिशत बढ़ कर 1,400.92 करोड़ रहा जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 1,089.47 करोड़ रुपये था। अमेरिकी डॉलर के मामले में यह वसूली 34.31 प्रतिशत बढ़ कर 3459.6 लाख डॉलर रहा जो पिछले वर्ष 2575.8 लाख डॉलर था। यूनिट वैल्यू उगाही के लिए 1,05,454 रुपये प्रति टन है जो पिछले वर्ष के 84,521 रुपये प्रति टन से 24.8 प्रतिशत अधिक है।
निर्यातकों की सूची में जेनरल कमोडिटीज का स्थान पहला है जिसने 19,483.2 टन (अरबिका 6,385 टन, रोबस्टा 13,098.2 टन) का निर्यात किया। उसके बाद अलाना संस 10,603 टन (अरबिका 6,146.1 टन, रोबस्टा 4,457.3 टन), टाटा कॉफी 10,440.5 टन और नेस्ले इंडिया ने केवल 9,196.1 टन रोबस्टा का निर्यात किया।भारतीय कॉफी के खरीदारों में इटली शीर्ष लगातार स्थान पर है जिसने छह महीने में 34,440.5 टन कॉफी की खरीदारी की।
इसके बाद रूस 11,722.4 टन, जर्मनी 10,473.5 टन, बेल्जियम 7,435.3 टन, स्पेन 5,646.7 टन, फिनलैंड 4,772.8 टन, क्रोएशिया 3,456 टन, जॉर्डन 3,179.1 टन, यूक्रेन 3,068.3 टन और कुवैत 3,067.9 टन का स्थान आता है। मई 2008 में वैश्विक रुप से कॉफी का निर्यात 81 लाख बैग का रहा जबकि पिछले वर्ष मई में 89 लाख बैग का निर्यात किया गया था। कॉफी वर्ष 2007-08 के शुरुआती आठ महीनों में निर्यात 4.6 प्रतिशत घट कर 631 लाख बैग का रहा जबकि पिछले कॉफी वर्ष की समान अवधि में यह 662 लाख बैग था।