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Gold Price: सोने ने रचा इतिहास, ग्लाेबल मार्केट में $3100 के पार पहुंचा भाव; ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से डिमांड में आई जोरदार तेजी

ट्रंप की टैरिफ नीति को लेकर चिंताओं, संभावित आर्थिक असर और बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों के चलते निवेशकों का रुख फिर से सुरक्षित विकल्प यानी गोल्ड की ओर बढ़ा है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- March 31, 2025 | 10:40 AM IST

Gold Price: सोने की कीमतों ने सोमवार को इतिहास रचते हुए पहली बार 3,100 डॉलर प्रति औंस का स्तर पार कर लिया, जिससे आर्थिक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव के बीच निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश की ओर और बढ़ गया। Spot gold की कीमत बढ़कर 3,106.50 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति को लेकर चिंताओं, संभावित आर्थिक असर और बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों के चलते निवेशकों का रुख फिर से सुरक्षित विकल्प यानी गोल्ड की ओर बढ़ा है।

इस साल अब तक सोने की कीमतों में 18% से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है। यह लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है। इसी महीने की शुरुआत में सोना पहली बार 3,000 डॉलर प्रति औंस के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया था।

विश्लेषकों के अनुसार, वैश्विक अनिश्चितताओं और व्यापारिक तनाव के माहौल में सोने की सुरक्षित संपत्ति और महंगाई से सुरक्षा देने वाली छवि और मजबूत हुई है। OCBC बैंक के विश्लेषकों ने कहा, “इन हालातों में हम गोल्ड की स्थिति को लेकर सकारात्मक हैं। टैरिफ को लेकर अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव के चलते इसकी मांग और बढ़ सकती है।”

गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs), बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) और यूबीएस (UBS) जैसी दिग्गज ग्लोबल फर्म्स ने इस महीने सोने के दाम को लेकर अपने अनुमान बढ़ा दिए हैं। गोल्डमैन सैक्स को अब उम्मीद है कि इस साल के आखिर तक सोना $3,300 प्रति औंस तक पहुंच सकता है। इससे पहले उसका अनुमान $3,100 का था।

बैंक ऑफ अमेरिका ने भी 2025 और 2026 के लिए अपने गोल्ड प्राइस टारगेट में बढ़ोतरी की है। अब बैंक को 2025 में सोना $3,063 और 2026 में $3,350 प्रति औंस पर ट्रेड करता दिख रहा है। पहले BofA का अनुमान 2025 के लिए $2,750 और 2026 के लिए $2,625 का था।

इस तेजी की एक वजह ट्रंप की टैरिफ नीति भी मानी जा रही है। ट्रंप ने दोबारा 25% टैरिफ की योजना बनाई है जो अमेरिका में इंपोर्ट की जाने वाली कारों और ऑटो पार्ट्स पर लागू होगी। साथ ही, चीन से आने वाले सभी सामानों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की बात कही है। ट्रंप इसे 2 अप्रैल को औपचारिक तौर पर घोषित कर सकते हैं।

मारेक्स कंसल्टेंट एडवर्ड मीयिर के मुताबिक, “जब तक यह टैरिफ से जुड़ी खींचतान खत्म नहीं होती, सोने की कीमतों में मजबूती बनी रह सकती है।”

विशेषज्ञों का मानना है कि सेंट्रल बैंकों की मजबूत खरीद, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETF) में निवेश और वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते सोने की रैली को और सपोर्ट मिल सकता है।

2 अप्रैल से लागू होगा ट्रंप टैरिफ, भारत के निर्यात पर पड़ सकता है असर

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति 2 अप्रैल से लागू होने जा रही है। इस नीति के तहत अमेरिका अपने व्यापारिक साझेदारों के उत्पादों पर ‘पारस्परिक टैरिफ’ लगाएगा। इसका सीधा असर भारत पर भी पड़ सकता है, क्योंकि भारत को अमेरिका में अपने निर्यात पर नुकसान उठाना पड़ सकता है।

इसी बीच, भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत चल रही है। खबर है कि दोनों देश इस साल के अंत तक व्यापार समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने की कोशिश में हैं। इस हफ्ते नई दिल्ली में दोनों देशों के प्रतिनिधि आपसी बातचीत कर रहे थे। हालांकि, फिलहाल भारत को टैरिफ में किसी तरह की छूट मिलने के संकेत नहीं मिले हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ लागू होने के बाद भारत से अमेरिका को होने वाला निर्यात प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, अमेरिका ने वेनेजुएला से तेल खरीदने वाले देशों पर 25% टैरिफ लगाने का फैसला भी लिया है। चूंकि भारत वेनेजुएला से कच्चा तेल खरीदता रहा है, ऐसे में यह फैसला भी भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकता है।

(-एजेंसी इनपुट के साथ)

First Published : March 31, 2025 | 10:30 AM IST