कमोडिटी

Jeera price: बोआई बढ़ने से जीरा हुआ सस्ता, सप्ताह भर में 14 फीसदी गिरे भाव

ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस साल गुजरात में जीरे की बोआई में ढाई गुना इजाफा हुआ है, जबकि राजस्थान में जीरे के रकबा में करीब 13 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

Published by
रामवीर सिंह गुर्जर   
Last Updated- December 06, 2023 | 6:47 PM IST

उपभोक्ता इस साल जीरे की महंगाई से काफी परेशान रहे। लेकिन अब इस साल के आखिर में उनको इसकी महंगाई से राहत मिलती दिख रही है। 65 हजार रुपये तक बिकने वाला जीरा अब 40 हजार रुपये प्रति क्विंटल से नीचे बिक रहा है। सप्ताह भर में इसके दाम करीब 14 फीसदी घट चुके हैं। जीरा सस्ता होने की वजह इसकी बोआई में भारी बढ़ोतरी होना है।

सप्ताह भर में जीरे के भाव करीब 6,500 रुपये रुपये घटे

बीते एक सप्ताह से जीरे के वायदा भाव में लगातार गिरावट देखी जा रही है। कमोडिटी एक्सचेंज नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (NCDEX) पर सप्ताह भर पहले जीरे का जनवरी, 2024 अनुबंध 46,120 रुपये के भाव पर बंद हुआ है, जो आज खबर लिखे जाने के समय गिरकर 39,600 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा था। इसके भाव आज एक बार दिन के निचले स्तर 38,300 रुपये प्रति क्विंटल तक चले गए थे।

बोआई बढ़ने से गिर रहे हैं जीरे के दाम

एचडीएफसी सिक्योरिटी में कमोडिटी व करेंसी प्रमुख अनुज गुप्ता कहते हैं कि इस साल भाव ज्यादा मिलने से किसानों ने जीरे की बोआई पर जोर दिया। जिससे इस साल जीरे की बोआई काफी बढ़ने की संभावना है। इससे इसके दाम भी तेजी से गिरने लगे हैं। कमोडिटी एक्सपर्ट इंद्रजीत पॉल ने बताया कि देश में गुजरात और राजस्थान जीरे के दो प्रमुख उत्पादक राज्य हैं।

गुजरात में 4 दिसंबर तक 3.76 लाख हेक्टेयर में जीरे की बोआई हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि में 1.44 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से 161 फीसदी ज्यादा है। राजस्थान में जीरे के रकबे में करीब 13 फीसदी इजाफा हुआ है और राजस्थान में 6.32 लाख हेक्टेयर में जीरा बोया गया है।

आगे और सस्ता हो सकता है जीरा

कमोडिटी जानकारों के मुताबिक जीरे की कीमतों में आगे और गिरावट आ सकती है। पॉल ने कहा कि जिस तरह से जीरे की बोआई में भारी इजाफा हुआ है, उससे लगता है कि आगे जीरे के भाव में मंदा ही रहने वाला है। जनवरी अनुबंध के भाव आने वाले दिनों में गिरकर 35,000 रुपये से नीचे जा सकते हैंं। इस समय यह 39,500 रुपये के करीब कारोबार कर रहा है। जीरे की नई फसल अगले साल मार्च महीने में आने वाली है।

First Published : December 6, 2023 | 6:47 PM IST