Rabi sowing: चालू रबी सीजन के दौरान शुरुआत में पिछड़ने के बाद अंत में गेहूं की बोआई सुधरकर पिछले साल से ज्यादा हुई है। जो चुनावी साल में गेहूं की महंगाई थामने में जुटी केंद्र सरकार के लिए राहत की बात है। रबी फसलों के कुल रकबा में मामूली कमी दर्ज की गई है। इस सीजन की तीन प्रमुख फसलों में शामिल चने की बोआई में कमी आई है, जबकि इस सीजन की प्रमुख तिलहन फसल सरसों की बोआई में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कृषि व किसान कल्याण विभाग के आंकड़ों के अनुसार चालू रबी सीजन में 19 जनवरी को समाप्त सप्ताह तक 687.18 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बोआई हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि में 689.09 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से मामूली कम है। गेहूं रबी सीजन की सबसे बड़ी फसल है। अब तक इसकी बोआई 340.08 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि पिछली समान अवधि में इसका रकबा 337.50 लाख हेक्टेयर था। गेहूं की बोआई शुरुआत में पिछड़ने के बाद अब अंत में 0.76 फीसदी वृद्धि के साथ सुधर गई।
चना रबी सीजन की सबसे बड़ी दलहन और प्रमुख तीन फसलों में शामिल है। इस सीजन में इसकी बोआई में कमी दर्ज की गई है। इस सप्ताह तक देश में 102.90 लाख हेक्टेयर में चना बोया जा चुका है, जो पिछले साल की समान अवधि के रकबा 109.73 लाख हेक्टेयर से करीब 6 फीसदी कम है। इस सीजन में उड़द का रकबा 13.61 फीसदी घटकर 6.03 लाख हेक्टेयर, मूंग का करीब 18.50 फीसदी घटकर 4.33 लाख हेक्टेयर रह गया। हालांकि इस सीजन में मसूर की बोआई करीब 5.70 फीसदी बढ़कर 19.51 लाख हेक्टेयर हो गई। इस रबी सीजन में कुल दलहन फसलों का रकबा 4.62 फीसदी घटकर 155.13 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया।
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इस रबी सीजन के दौरान तिलहन व मोटे अनाजों की बोआई में बढ़ोतरी हुई है। इस सप्ताह तक तिलहन फसलों की बोआई करीब एक फीसदी बढ़कर 109.88 लाख हेक्टेयर रही। इन फसलों में सबसे बड़ी फसल सरसों का रकबा 2.31 फीसदी बढ़कर 100.15 लाख हेक्टेयर हो गया। हालांकि मूंगफली व सूरजमुखी के रकबा में गिरावट आई है। इस बीच, चालू रबी सीजन में मोटे अनाजों की कुल बोआई करीब 6 फीसदी बढ़कर 53.83 लाख हेक्टेयर दर्ज की गई। इन अनाजों में ज्वार का रकबा करीब 7 फीसदी बढ़कर 23.52 लाख, मक्के का 3.50 फीसदी बढ़कर 21.29 लाख और जौ का रकबा करीब 10 फीसदी बढ़कर 8.19 लाख हेक्टेयर हो गया।