अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में शुक्रवार को 2 से 9 फीसदी के बीच उछाल दर्ज की गई जबकि बेंचमार्क सूचकांक स्थिर बंद हुए। समूह की 10 सूचीबद्ध कंपनियों ने बाजार पूंजीकरण में 84,000 करोड़ रुपये जोड़कर उसे 17.9 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा दिया।
यह 24 जनवरी, 2023 के बाद का सर्वोच्च स्तर है। जनवरी 2023 में ही हिंडनबर्ग रिसर्च ने रिपोर्ट जारी कर समूह पर कई आरोप लगाए थे। बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि शेयर में बढ़त को इस आशावाद से सहारा मिला कि भाजपा तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। साथ ही जेफरीज की सकारात्मक रिपोर्ट से भी आशावाद को बल मिला।
ब्रोकरेज ने कहा कि वित्त वर्ष 24 के दौरान समूह ने कर्ज पर नियंत्रण करने, संस्थापकों के गिरवी शेयरों में कमी लाने आदि पर ध्यान केंद्रित किया। समूह का कुल एबिटा वित्त वर्ष 24 में सालाना आधार पर 40 फीसदी बढ़ा और समूह ने इक्विटी, डेट और रणनीतिक निवेशकों के जरिये रकम जुटाई।
साथ ही समूह की कंपनियों में प्रवर्तक हिस्सेदारी भी बढ़ी जिसका बाजार पूंजीकरण में सुधार पर असर हुआ। समूह विस्तार की राह पर है और अगले दशक में 90 अरब डॉलर का पूंजीगत निवेश करेगा।