Baba Kalyani, Chairman & Managing Director, Bharat Forge
पुणे के कल्याणी समूह के अध्यक्ष बाबा कल्याणी और उनके भानजे-भानजी के साथ विवाद ने आज एक नया मोड़ लिया। दरअसल समीर हिरेमठ और उनकी बहन पल्लवी सवादी ने अपने मामा के साथ पारिवारिक विवाद खत्म करने के लिए पुणे के सिविल कोर्ट में प्रस्ताव दाखिल कर मध्यस्थता की मांग की है। समीर और पल्लवी, बाबा कल्याणी की छोटी बहन सुगंधा हिरेमठ के बच्चे है। हिरेमठ परिवार ने पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे की मांग की है।
आज की सुनवाई में हिरेमठ के वकील ने अदालत को बताया कि बाबा ने परिवार के बड़े बुजुर्गों पर जो आरोप लगाए हैं, वे बहुत परेशान करने वाले हैं और इससे परिवार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच रहा है। जब भाई-बहन ने मध्यस्थता का प्रस्ताव रखा, तब बाबा के वकील ने किसी भी तरह की समझौते या मध्यस्थता की बात से इनकार कर दिया।
भाई-बहन ने इस साल की शुरुआत में पुणे के सिविल कोर्ट का रुख करते हुए कल्याणी परिवार के हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) के विभाजन की मांग की थी। जवाब में बाबा कल्याणी ने कहा कि उनका परिवार हिंदू अविभाजित परिवार नहीं है। उन्होंने अदालत को यह भी बताया कि सुगंधा हिरेमठ के बच्चे होने के नाते भाई-बहनों का परिवार की किसी भी संपत्ति में कोई अधिकार नहीं है।
कल्याणी समूह के प्रवक्ता ने बयान में कहा कि पुणे की अदालत में कल्याणी परिवार के हिंदू अविभाजित परिवार की कथित संपत्तियों के विभाजन की मांग करने के लिए एक निराधार मुकदमा दायर करने के बाद दोनों ने अब अदालत से विवाद की मध्यस्थता के लिए अनुमति देने की मांग की है।