सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली उत्पादक कंपनी NTPC ने अमेरिकी एजेंसी US-AID के साथ यहां एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस शुरूआती समझौते का मकसद एनटीपीसी टाउनशिप और कार्यालयों को शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला क्षेत्र बनाने के लिए खाका तैयार करना है।
एनटीपीसी की सोमवार को जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, कंपनी ने यूएस-एआईडी(यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट) के साथ उसके इंडिया मिशन के जरिये यहां एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
NTPC के कार्यकारी निदेशक (SSEA और पर्यावरण इंजीनियरिंग) डॉ. विजय प्रकाश और US-AID (भारत व भूटान) के उप मिशन निदेशक एरोन शुबर्ट ने दिल्ली में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
इस मौके पर एनटीपीसी के निदेशक (परिचालन) रवींद्र कुमार भी मौजूद थे। विज्ञप्ति के अनुसार समझौता ज्ञापन का उद्देश्य एनटीपीसी टाउनशिप और कार्यालयों के लिए शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन की स्थिति प्राप्त करने के लिए रणनीति और खाका तैयार करना है।
एनटीपीसी ने वित्त वर्ष 2025-26 तक अपने टाउनशिप तथा कार्यालयों को स्कोप-2 उत्सर्जन के तहत शुरू रूप से शून्य स्तर पर लाने का फैसला किया है।
इसके अलावा, NTPC अपने टाउनशिप व कार्यालयों को जल्द से जल्द जल और अपशिष्ट के मामले में शून्य बनाने के लिए भी प्रयास कर रही है। स्कोप-2 उत्सर्जन से आशय परोक्ष ग्रीन हाउस गैस उर्त्सजन से है। यह कंपनी या इकाई के ऊर्जा उपयोग का परिणाम होता है।