रिलायंस कैपिटल (Rcap) के ऋणदाताओं ने हिंदुजा की उस समाधान योजना से प्राप्त होने वाले धन का वितरण करने की योजना आज मंजूर कर ली, जो उनके स्वीकृत दावों पर निर्भर होगी। अगले महीने इस योजना पर मतदान करते समय भले ही उनका रुख कुछ भी रहे।
बैंकिंग क्षेत्र के एक सूत्र ने कहा कि रिलायंस कैपिटल के लिए यह धन वितरण पहले की कवायदों से अलग होगा क्योंकि नई योजना में सभी ऋणदाताओं को समान माना जा रहा है और यह मुकदमेबाजी से बचाती है।
इस दिवालिया कंपनी के लिए पहले की समाधान योजनाओं में असंतुष्ट ऋणदाताओं को परिसमापन मूल्य के आधार पर भुगतान किया गया था, जो अक्सर मुकदमेबाजी का कारण बनता है।
कंपनी, जो पहले अनिल अंबानी के स्वामित्व में थी, को 24,000 करोड़ रुपये की ऋण चूक के बाद नवंबर 2021 में ऋण समाधान के लिए भेजा गया था। शुरुआत में कई कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन उनमें से ज्यादातर कंपनियां बाध्यकारी पेशकश देने से दूर रहीं।
हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनैशनल होल्डिंग्स (IIHL) द्वारा प्रस्तुत एकल समाधान योजना पर मतदान जून को होगा। आईआईएचएल की समाधान योजना में पिछले महीने आयोजित नीलामी के दूसरे दौर में ऋणदाताओं को लगभग 9,650 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी। हिंदुजा की पेशकश अब भी 13,000 करोड़ रुपये के परिसमापन मूल्य से काफी कम है।