देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने आज घोषणा की कि कंपनी 11 अक्टूबर को होने वाली बैठक के दौरान इक्विटी शेयरों की पुनर्खरीद के प्रस्ताव पर विचार करेगी।
कंपनी ने नियामकीय फाइलिंग में कहा, ‘सेबी (सूचीबद्धता दायित्व और खुलासा मानदंड) विनियमन 2015 के नियम 29 (1) (बी) के अनुसार कंपनी का निदेशक मंडल 11 अक्टूबर को होने वाली बैठक में कंपनी के इक्विटी शेयरों के पुनर्खरीद प्रस्ताव पर विचार करेगा।’
टीसीएस पिछली बार मार्च 2022 में पुनर्खरीद योजना लेकर आई थी। फिर से खरीद के लिए हर शेयर की कीमत 4,500 रुपये थी और पुनर्खरीद का कुल आकार 18,000 करोड़ रुपये था। कंपनी ने अपना शेयरों का पुनर्खरीद कार्यक्रम 9 मार्च से 23 मार्च के बीच पूरा किया।
इससे पहले टीसीएस ने साल 2020, 2018 और 2017 में भी क्रमशः 3,000 करोड़ रुपये, 2,100 करोड़ रुपये और 2,850 करोड़ रुपये के शेयरों की पुनर्खरीद की थी।
हाल के दिनों में सभी बड़ी भारतीय आईटी कंपनियों ने शेयरों की पुनर्खरीद कार्यक्रमों का सहारा लिया है। इस साल फरवरी में इन्फोसिस ने अपना 9,300 करोड़ रुपये के शेयरों की पुनर्खरीद कार्यक्रम पूरा किया। विप्रो ने 12,000 करोड़ रुपये की पुनर्खरीद कार्यक्रम की शुरुआत की जो 30 जून को समाप्त हुई।