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Zee-Sony merger controversy: ज़ी और सोनी सिंगापुर में आमने-सामने

Zee-Sony merger controversy: एनसीएलटी ने सोनी को जवाब दाखिल करने का आदेश दिया

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- January 30, 2024 | 11:08 PM IST

ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के बीच मुंबई और सिंगापुर में मुकदमा शुरू हो गया है। सोनी और ज़ी बुधवार से सिंगापुर इंटरनैशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (एसआईएसी) के समक्ष तर्क-वितर्क करेंगी, जबकि राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट ने दोनों पक्षों को ज़ी के एक शेयरधारक द्वारा दायर याचिका पर अपना जवाब दाखिल करने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया है।

दिसंबर 2021 में समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 22 जनवरी को सोनी द्वारा अपना विलय समझौता समाप्त करने के बाद दोनों पक्षों के बीच कानूनी लड़ाई शुरू हुई थी। इस विलय से भारत में सामान्य मनोरंजन चैनलों के बीच एक-चौथाई बाजार हिस्सेदारी के साथ 10 अरब डॉलर का मनोरंजन समूह बन जाता।

जहां जापानी फर्म सोनी पिक्चर्स ने एसआईएसी में मामले पर बहस करने के लिए वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे को रखा है, वहीं ज़ी ने एसआईएसी में अपना पक्ष रखने के लिए भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी को नियुक्त किया है।

देश में भी ज़ी और सोनी के बीच मुकदमा भी शुरू हो गया। राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट ने आज सोनी को ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज की एक शेयरधारक – मैड मेन फिल्म वेंचर्स द्वारा दायर एक याचिका पर अपना जवाब दाखिल करने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया है। दोनों पक्षों के जवाब दाखिल होने के बाद मामले की सुनवाई 12 मार्च को होगी।

First Published : January 30, 2024 | 11:08 PM IST