अर्थव्यवस्था

GDP growth: बाजार पूंजी 1% बढ़ने से 0.6 % बढ़ता है जीडीपी

1% बाजार पूंजीकरण वृद्धि से जीडीपी में 0.6% की वृद्धि, पारिवारिक बचत और पूंजी बाजार में निवेश बढ़ा

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- December 23, 2024 | 10:29 PM IST

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के आर्थिक अनुसंधान विभाग ने एक रिपोर्ट में कहा है कि उच्च बाजार पूंजीकरण एक मजबूत अर्थव्यवस्था का संकेत देता है और निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे समग्र आर्थिक विकास को गति मिलती है। इसमें दावा किया गया है कि बाजार पूंजीकरण में 1 प्रतिशत की वृद्धि से सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर में 0.6 प्रतिशत की वृद्धि होती है।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘इंपल्स रिस्पॉन्स से पता चलता है कि शेयर बाजार के पूंजीकरण में 1 प्रतिशत का मानक विचलन वास्तविक अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर डालता है और तीन समयावधि के बाद इसका असर समाप्त होता है।’ इसमें यह भी कहा गया है कि आकस्मिक विश्लेषण से पता चलता है कि बाजार पूंजीकरण के कारण जीडीपी में वृद्धि होती है।

पिछले 10 साल में भारत की कंपनियों द्वारा पूजी बाजारों से धन जुटाया जाना 10 गुने से ज्यादा बढ़ा है और यह वित्त वर्ष 2014 के 12,068 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 (अक्टूबर तक) 1.21 लाख करोड़ रुपये हो गया है। साथ ही शेयर और डिबेंचर में परिवारों की बचत बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में जीडीपी का 1 प्रतिशत हो गई है, जो वित्त वर्ष 2014 में 0.2 प्रतिशत थी।

वहीं घरेलू वित्तीय बचत में हिस्सेदारी 1 प्रतिशत से बढ़कर 5 प्रतिशत हो गई है, जिससे पता चलता है कि परिवार अब देश की पूंजीगत जरूरतों में तेजी से योगदान दे रहे हैं।

First Published : December 23, 2024 | 10:29 PM IST