अर्थव्यवस्था

दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि अनुमान से कम, लेकिन दूसरी छमाही बेहतर रहने का भरोसा: आर्थिक मामलों के सचिव

आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) में सचिव अजय सेठ ने सोमवार को कहा कि अक्टूबर महीने के कई आर्थिक संकेतक वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही बेहतर होने का इशारा कर रहे हैं।

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भाषा   
Last Updated- December 02, 2024 | 8:22 PM IST

आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) में सचिव अजय सेठ ने सोमवार को कहा कि दूसरी तिमाही में 5.4 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि अनुमान से कम है लेकिन दूसरी छमाही बेहतर रहने का भरोसा है।

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत रही जो करीब दो साल का सबसे निचला स्तर है। सेठ ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अक्टूबर महीने के कई आर्थिक संकेतक वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही बेहतर होने का इशारा कर रहे हैं। इसके साथ ही सेठ ने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के पूरे आंकड़े उपलब्ध होने पर अतीत में कई बार तिमाही अनुमानों को संशोधित भी किया गया है।

उन्होंने कहा, “जीडीपी का दूसरी तिमाही का आंकड़ा हमारी क्षमता से कम है, लेकिन चिंताजनक नहीं है। तीसरी और चौथी तिमाही में जीडीपी वृद्धि बहुत अधिक होगी।” सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन के साथ कमजोर खपत ने भी जीडीपी की रफ्तार को दूसरी तिमाही में धीमा करने का काम किया है।

वित्त वर्ष 2023-24 की जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी में 8.1 प्रतिशत और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2024) में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। आर्थिक समीक्षा में अनुमान लगाया गया था कि देश की जीडीपी चालू वित्त वर्ष में 6.5 से 7.0 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत के उच्च स्तर पर रही थी।

First Published : December 2, 2024 | 8:22 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)