नेशनल स्टैटिस्टिक्स ऑफिस (NSO) ने शुक्रवार को वित्तीय वर्ष 2024-25 (FY25) की तीसरी तिमाही (Q3) के लिए GDP ग्रोथ 6.2% दर्ज की। यह दूसरी तिमाही (Q2FY25) के 5.4% से बेहतर है, जब GDP ग्रोथ सात तिमाहियों के निचले स्तर पर पहुंच गई थी। बात करें पूरे साल की GDP ग्रोथ की तो ये 6.5% रही। हालांकि, यह अभी भी देश की अनुमानित 7-7.5% ग्रोथ रेट से कम है।
GDP ग्रोथ में उतार-चढ़ाव
पिछले कुछ तिमाहियों में GDP ग्रोथ लगातार धीमी होती दिखी थी।
Q3FY24: 8.6%
Q4FY24: 7.6%
Q1FY25: 6.7%
Q2FY25: 5.4%
अब तीसरी तिमाही (Q3FY25) में ग्रोथ 6.2% पर लौट आई है, जो अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दे रही है।
FY26 के लिए GDP और महंगाई अनुमान
वित्त मंत्रालय ने FY25 के लिए GDP ग्रोथ 6.4% पर स्थिर रखी है, जो पिछले साल की 8.2% की तुलना में कम है। वहीं, RBI ने FY25 के लिए 6.6% ग्रोथ का अनुमान दिया है।
RBI के FY26 के लिए GDP अनुमान:
Q1FY26: 6.7% (पहले 6.9%)
Q2FY26: 7% (पहले 7.3%)
Q3FY26: 6.5%
Q4FY26: 6.5%
महंगाई (CPI) अनुमान:
FY26: 4.2%
Q1FY26: 4.5% (पहले 4.6%)
Q2FY26: 4%
Q3FY26: 3.8%
Q4FY26: 4.2%
FY25: 4.8%
RBI ने 2 साल बाद घटाई ब्याज दर
RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने रेपो रेट 25 बेसिस पॉइंट घटाकर 6.25% कर दी। यह दो साल में पहली कटौती है। यह फैसला फरवरी में हुई MPC बैठक (5-7 फरवरी) में लिया गया, जिसकी घोषणा गवर्नर संजय मल्होत्रा ने की। हालांकि, RBI ने ‘न्यूट्रल’ रुख बनाए रखा है और महंगाई को नियंत्रण में रखते हुए ग्रोथ को समर्थन देने पर ध्यान दिया जा रहा है।
PMI में गिरावट, सेवा क्षेत्र कमजोर
जनवरी 2025 में भारत का संयुक्त PMI (Purchasing Managers’ Index) 57.7 पर आ गया, जो 14 महीनों में सबसे कम है।
सेवा क्षेत्र का PMI: 56.5 (नवंबर 2022 के बाद सबसे कम)
मैन्युफैक्चरिंग PMI: 57.7 (दिसंबर के 12 महीने के निचले स्तर 56.4 से सुधरा)
PMI अगर 50 से ऊपर होता है तो इसका मतलब होता है कि बिजनेस एक्टिविटी बढ़ रही है, जबकि 50 से नीचे जाने पर यह गिरावट दर्शाता है।