दिल्ली सरकार का खजाना चालू वित्त वर्ष में भी खूब भर रहा है। लगातार दूसरे महीने जीएसटी वसूली में इजाफा हुआ है। मई महीने में दिल्ली सरकार को सालाना आधार पर करीब 4 फीसदी ज्यादा जीएसटी (GST) मिला है।
हालांकि मई में अप्रैल की तुलना में कम जीएसटी प्राप्त हुआ। साथ ही मई में पड़ोसी राज्यों की तुलना में भी दिल्ली में जीएसटी संग्रह वृद्धि दर कम रही।
दिल्ली सरकार को मई में कितना प्राप्त हुआ जीएसटी?
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के मई महीने में 2,630 करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में प्राप्त हुए, पिछले वित्त वर्ष के समान महीने में यह आंकड़ा 2,539 करोड़ रुपये था। इस तरह सालाना आधार पर जीएसटी वसूली में 4 फीसदी इजाफा हुआ।
हालांकि जीएसटी वसूली में इस वृद्धि के बावजूद मई में अप्रैल की तुलना में इसकी वृद्धि दर कम रही। अप्रैल में जीएसटी संग्रह करीब 20 फीसदी से ज्यादा बढ़ा था, जबकि मई में यह महज 4 फीसदी की दर से ही बढ़ा।
जानकारों का कहना है कि वित्त वर्ष का पहला महीना होने के कारण अप्रैल में आमतौर जीएसटी वसूली में अच्छी खासी बढ़ोतरी होती है। इसलिए अप्रैल की तुलना में मई जीएसटी वसूली कम होना खास चिंता की बात नहीं है। लेकिन वृद्धि दर में बड़ी गिरावट की वजह चुनाव के कारण कारोबारी गतिविधियां सुस्त रहना हो सकती है।
दिल्ली में जीएसटी वसूली की रफ्तार पड़ोसी राज्यों की तुलना में सुस्त
दिल्ली सरकार के जीएसटी संग्रह वृद्धि दर पड़ोसी राज्यों की तुलना में सुस्त रही। दिल्ली का जीएसटी संग्रह मई में 4 फीसदी बढ़ा, जबकि उत्तर प्रदेश में यह 20 फीसदी, हरियाणा में 18 फीसदी और राजस्थान में 10 फीसदी बढ़ा।
दिल्ली सरकार को बीते दो वित्त वर्ष से लक्ष्य से भी अधिक जीएसटी प्राप्त हो रहा है। दिल्ली सरकार को बीते वित्त वर्ष करीब 32,160 करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में मिले थे, जबकि लक्ष्य 32,000 करोड़ रुपये का ही था।