अफगानिस्तान के दूर-दराज के इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान भारतीय नहीं था और इसने थाईलैंड हवाई अड्डे से मास्को जाने के मार्ग में शनिवार को गया हवाई अड्डे पर केवल ईंधन भरा था। मोरक्को में पंजीकृत दसाउल्ट फाल्कन (डीएफ-10) विमान एक एअर एंबुलेंस के रूप में परिचालित किया जा रहा था। यह थाईलैंड के उतापाओ हवाई अड्डे से मास्को जा रहा था।
दुर्घटनाग्रस्त विमान के भारतीय विमान होने की खबरों के बीच, नागर विमानन मंत्रालय ने रविवार को कहा कि विमान किसी भारतीय एयरलाइन का नहीं था। मंत्रालय ने दोपहर एक बजकर सात मिनट पर ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अफगानिस्तान में कुछ देर पहले हुई दुर्भाग्यपूर्ण विमान दुर्घटना किसी भारतीय विमान से संबंधित नहीं है। यह मोरक्को के पंजीकरण वाला एक छोटा विमान था। अधिक विवरण की प्रतीक्षा है।’’
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार शाम चार बजकर दो मिनट पर ईंधन भरने के बाद विमान गया हवाई अड्डे से रवाना हुआ था जिसमें एक महिला रोगी सहित छह लोग सवार थे। वहीं, एक सूत्र ने कहा कि विमान ने थाईलैंड के उतापाओ हवाई अड्डे से यात्रा की शुरुआत की थी।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘उपलब्ध सूचना के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त विमान मोरक्को में पंजीकृत डीएफ-10 (दसाउल्ट फाल्कन) विमान था। यह किसी भारतीय एयरलाइन का विमान नहीं है।’’ बयान के अनुसार, ‘‘विमान एअर एंबुलेंस के रूप में परिचालित किया जा रहा था। यह थाईलैंड से मास्को जा रहा था और इसने गया हवाई अड्डे पर ईंधन भरा था।’’
समाचार एजेंसी एपी की एक खबर में क्षेत्रीय प्रवक्ता जबीहुल्ला अमीरी के हवाले से कहा गया कि दुर्घटना शनिवार को अफगानिस्तान के बदख्शां प्रांत के जेबक जिले के पास एक पर्वतीय क्षेत्र में हुई। खबर में, रूसी नागरिक उड्डयन अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि चालक दल के चार सदस्यों और दो यात्रियों के साथ विमान लापता हो गया।
वहीं, तालिबान के सूचना एवं संस्कृति मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल वाहिद रेयान के हवाले से कहा गया कि विमान के इंजन में गड़बड़ी थी। रूसी अधिकारियों के हवाले से खबर में कहा गया कि विमान 1978 में निर्मित था और एथलेटिक ग्रुप एलएलसी तथा एक निजी व्यक्ति से संबद्ध था। विमान को एक निजी एंबुलेंस उड़ान के रूप में मास्को के झुकोवस्की अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए गया से उज्बेकिस्तान के ताशकंद होते हुए परिचालित किया जा रहा था।