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एशियाई देशों की वृद्धि इस साल धीमी पड़कर 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमानः वर्ल्ड बैंक

वर्ल्ड बैंक ने कहा कि एशिया की अर्थव्यवस्थाएं महामारी-पूर्व की तुलना में अधिक धीमी गति से बढ़ रही हैं लेकिन यह रफ्तार भी दुनिया के अन्य हिस्सों की तुलना में अधिक है।

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भाषा   
Last Updated- April 01, 2024 | 5:04 PM IST

वर्ल्ड बैंक ने सोमवार को कहा कि एशियाई अर्थव्यवस्थाओं की वृद्धि दर पिछले साल के 5.1 प्रतिशत की तुलना में धीमी पड़कर वर्ष 2024 में 4.5 प्रतिशत ही रहने का अनुमान है। वर्ल्ड बैंक ने एक रिपोर्ट में कहा कि एशियाई देशों की अर्थव्यवस्थाएं इस साल उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही हैं जितना वे कर सकती थीं।

रिपोर्ट कहती है कि कर्ज, व्यापार बाधाएं और नीतिगत अनिश्चितताएं इस क्षेत्र की आर्थिक गतिशीलता को कमजोर कर रही हैं और सरकारों को कमजोर सामाजिक सुरक्षा जाल और शिक्षा में कम निवेश जैसी दीर्घकालिक समस्याओं के समाधान के लिए अपने प्रयास बढ़ाने की जरूरत है।

वर्ल्ड बैंक ने कहा कि एशिया की अर्थव्यवस्थाएं महामारी-पूर्व की तुलना में अधिक धीमी गति से बढ़ रही हैं लेकिन यह रफ्तार भी दुनिया के अन्य हिस्सों की तुलना में अधिक है। इस साल वस्तुओं एवं सेवाओं का व्यापार 2.3 प्रतिशत बढ़ने के अनुमान और केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौती से भी इसमें मदद मिलेगी।

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वर्ल्ड बैंक के पूर्व एशिया एवं प्रशांत क्षेत्र के मुख्य अर्थशास्त्री आदित्य मट्टू ने संवाददाताओं से ऑनलाइन बातचीत में कहा, ‘‘यह रिपोर्ट दर्शाती है कि यह क्षेत्र दुनिया के बाकी हिस्सों से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, लेकिन यह इसकी अपनी क्षमता से थोड़ा कम है।’’

मट्टू ने कहा कि इस कमतर प्रदर्शन की एक बड़ी वजह यह है कि एशियाई देशों की अग्रणी कंपनियां वह भूमिका नहीं निभा रही हैं जो उन्हें निभानी चाहिए। इसके अलावा चीन की अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार भी एक जोखिम पैदा कर रही है।

First Published : April 1, 2024 | 5:04 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)